आखिर क्यों? उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा- मदरसों में बच्चियां सुरक्षित नहीं, होना पड़ेगा जागरूक
उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा- मदरसों में बच्चियां सुरक्षित नहीं
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने ग्राम मलसी के मदरसे में बच्चियों संग हुई यौन उत्पीड़न और तस्लीम जहां संग हुए दुष्कर्म और हत्या की निंदा की। कहा कि मदरसे जैसी जगहों पर बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। हमें जागरूक होने की आवश्यकता है।उन्होंने दिनेशपुर राजकीय इंटर कालेज में हुई छात्राओं से छेड़छाड़ की जांच कराने और आरोपित की गिरफ्तारी न होने के मामले में एसएसपी से पूछताछ की। अध्यक्ष राज्य महिला आयोग कुसुम कंडवाल दो दिवसीय ऊधमसिंह नगर दौरे पर थीं।
तस्लीम संग दुष्कर्म और हत्या
उन्होंने पिछले माह हुई महिला तस्लीम संग दुष्कर्म और हत्या होने के मामले में पीड़िता के स्वजन से मुलाकात की। इसके बाद जिस अस्पताल में तस्लीम कार्य कर रही थी, वहां भी पूछताछ की। सोमवार को उन्होंने पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों संग जिले में हो रही घटनाओं के बारे में जानकारी ली। जिसपर मलसी में मस्जिद में चल रहे अवैध मदरसे में बच्चियों संग यौन उत्पीड़न की घटना को बेहद निंदनीय और चिंता का विषय बताया।पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बैठक में हो रही दुर्घटनाओं का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. मंजूनाथ टीसी से घटनाओं की विस्तृत जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि महिलाओं व हमारी बच्चियों के साथ जो घटनाएं हुई हैं। वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए समाज के हर वर्ग को एवं हम सबको जागरूक होना पड़ेगा।
पुलिस, आयोग आदि सभी विंग अपना-अपना कार्य करती है। महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार की घटना हो, राज्य महिला आयोग द्वारा तत्काल संज्ञान लिया जाता है। उन्होंने मदरसे में मौलवी द्वारा छोटी-छोटी बच्चियों के साथ किए गए कृत्य की निंदा करते हुए चिंता व्यक्त की। जब मदरसे जैसी जगहों पर बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं तो हम सबको जागरूक होना होगा कि अपने बच्चों के भविष्य को एक सुरक्षित माहौल दे सकें।यहां अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल, निहारिका तोमर, उपजिलाधिकारी मनीष बिष्ट, जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चौधरी, जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन आदि मौजूद रहे। जिले के मदरसों की जांच करने के निर्देश उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने एसएसपी को जनपद के मदरसों एवं जहां इस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही हो ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं।
कहा कि वहां रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का सत्यापन कराएं ताकि ऐसे असामाजिक तत्व हमारे समाज में न घुस पाएं। ऐसे असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें। जिससे समाज में अपराधियों के मन में भय व्याप्त हो और हमारी बेटियां एक सुरक्षित हवा में सांस ले सकें। दिनेशपुर राजकीय इंटर कालेज में छात्रा संग अश्लीलता के मामले में एसएसपी से पूछताछ की जाएगी।