औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) के उद्योगपति बिजली शुल्क में बढ़ोतरी के अलावा प्रदेश में ट्रांसपोर्टेशन के अधिक खर्चे और यूनियनों की दखलअंदाजी से असंतुष्ट हैं। हिमाचल में उद्योगों को कच्चा माल बाहरी राज्यों से मंगवाना पड़ता है और तैयार माल की खपत भी बाहरी राज्यों में ही है। बाहरी राज्यों को तैयार माल भेजने का मालभाड़ा 30 से 50 फीसदी तक अधिक है। बिजली के रेट और ड्यूटी बढ़ने के बाद दाम 1.10 रुपये प्रति यूनिट तक महंगे हो गए हैं। बिजली कट लगने पर जनरेटर चलाने पर भी टैक्स लगा दिया गया है। उद्योगों के लिए हिमाचल में बिजली के मौजूदा दाम पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के बराबर हो गए हैं जबकि चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर में उद्योगों को हिमाचल से सस्ती बिजली मिल रही है। हिमाचल में उद्योगों को बिजली साढ़े छह से सात रुपये, जम्मू कश्मीर में साढ़े चार, उत्तराखंड में छह और पंजाब में साढ़े छह से सात रुपये यूनिट बिजली मिलती है। वहीं, हिमाचल में उद्योगों पर जीएसटी के अलावा एजीटी (एडिशनल गुड्स टैक्स) और सीजीसीआर (सर्टन गुड्स कैरेड बाइ रोड) टैक्स का बोझ डाल दिया गया है। उत्पादन की लागत बढ़ने से कुछ उद्योग अपना विस्तार पड़ोसी राज्यों में करने की तैयारी कर रहे हैं जबकि कुछ अन्य राज्यों के लिए पलायन करने वाले हैं। जम्मू कश्मीर, पंजाब और हरियाणा में उद्योगों को अधिक रियायतें मिल रही हैं। हिमाचल में विद्युत ड्यूटी में बढ़ोतरी, ट्रांसपोर्टेशन के अधिक खर्च और यूनियनों की दखलअंदाजी से औद्योगिक घराने असंतुष्ट हैं। इसे लेकर वह निजी तौर पर भी सूचित कर चुके हैं। पलायन रोकने के लिए विद्युत ड्यूटी 6 फीसदी तक कम करने का प्रस्ताव है। मुख्यमंत्री से इस मामले में बात हो चुकी है।-हर्षवर्धन चौहान, उद्योग मंत्री समय रहते उद्योगों की सुध ले सरकार : शैलेश हम मुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री से मिलकर अपनी समस्याएं रख चुके हैं। सरकार को समय रहते उद्योगों की सुध लेनी चाहिए। प्रतिस्पर्धा के दौर में राहत मिलने पर ही हम हिमाचल में कारोबार जारी रख सकेंगे। पड़ोसी राज्यों में हिमाचल के मुकाबले अधिक रियायतें मिल रही हैं। स्थिति नहीं सुधरी तो मजबूरी में सामान समेटना पड़ेगा।
Punjab Weather Update पंजाब में अभी भी कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिली है। पंजाब के नौ जिलों में मंगलवार को भी कड़ाके की ठंड रही। इस बीच गुरदासपुर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 4.0 व अधिकतम 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को अति शीत दिन का अलर्ट है। वीरवार को घना कोहरा छा सकता है। कोहरे के कारण अमृतसर चंडीगढ़ और दिल्ली में उड़ानें भी प्रभावित हुईं।
HIGHLIGHTS
- पंजाब के नौ इलाके बुरी तरह ठंड से हुए प्रभावित
- गुरदासपुर इलाका रहा सबसे ज्यादा ठंडा
- 28 जनवरी से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान है पंजाब सहित उत्तर भारत में अभी कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिलेगी। बीच-बीच में तापमान में गिरावट या वृद्धि भले होती रहे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सर्दी जा रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मौसम का पैटर्न इस बार थोड़ा बदला हुआ है। इस कारण 15 फरवरी तक ठिठुरन रह सकती है।
नौ जिले ठंड से बुरी तरह प्रभावित
पंजाब के नौ जिलों में मंगलवार को भी कड़ाके की ठंड रही। गुरदासपुर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 4.0 व अधिकतम 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को अति शीत दिन का अलर्ट है। वीरवार को घना कोहरा छा सकता है। कोहरे के कारण अमृतसर, चंडीगढ़ और दिल्ली में उड़ानें भी प्रभावित हुईं।
पंजाब में बिगड़े मौसम के हाल
हवाएं धीमी चल रही हैं व नमी 90 प्रतिशत तक है। वर्षा भी नहीं हो रही। यही कारण है कि पंजाब समेत कई प्रदेशों में कोहरा छाया हुआ है। बादल भी निचले स्तर पर बन रहे हैं। इन्हीं सब कारणों से सूरज का ताप ढंग से धरती तक नहीं पहुंच पा रहा और कभी शीत दिन तो कभी शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। अभी आगामी कुछ दिनों में भी बदलाव के संकेत नहीं हैं। वहीं, आने वाले दिनों में कोहरे और धुंध के बने रहने की संभावना है।
26 जनवरी को सक्रिय होगा मानसून?
26 जनवरी के आसपास एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। मैदानी क्षेत्रों में इसका सीधा असर तो नहीं होगा, लेकिन पहाड़ों पर हिमपात हो सकता है। उत्तर पश्चिमी हवाओं के जरिये इस बर्फबारी की ठंडक फिर समूचे उत्तर भारत को कंपकंपा सकती है। इस कारण ठिठुरन भरी ठंड का असर मध्य फरवरी तक भी बना रह सकता है। मंगलवार को पांच जिलों लुधियाना, चंडीगढ़, पटियाला, पठानकोट व मोहाली में दोपहर एक बजे के बाद हल्की धूप निकली, जबकि अन्य जिलों में दोपहर तक कोहरा छाया रहा।
अत्यधिक कोहरे से प्रभावित हुए पंजाब के सात जिले
गुरदासपुर में दिन का तापमान नौ डिग्री, अमृतसर में 10, बठिंडा में 10.2, नवांशहर (एसबीएस नगर) में 11.2, फिरोजपुर में 11.8 , मोगा में 11.7 व रोपड़ में 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन) महेश ने कहा कि सर्दी इस बार थोड़ा लंबी खिंच सकती है। सर्दी की बर्फीली पकड़ उत्तर भारत पर अभी बनी रहेगी। फरवरी मध्य तक राहत की अधिक संभावना नहीं। उड़ानें प्रभावित, सचखंड व जयनगर एक्सप्रेस रद: कोहरे से सड़क, रेल व हवाई यातायात प्रभावित रहा।
फ्लाइटों पर भी पड़ रहा असर
अमृतसर एयरपोर्ट से कई फ्लाइटों ने देरी से उड़ान भरी। मलेशिया की फ्लाइट 20 घंटे देरी से गई। दुबई फ्लाइट भी साढ़े तीन घंटे देरी से रवाना हुई। मंगलवार को नांदेड़ साहिब जाने वाली सचखंड एक्सप्रेस और अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस को रद कर दिया गया। वहीं, कोहरे के कारण चंडीगढ़ एयरपोर्ट से पांच फ्लाइट रद करनी पड़ी।