कंगना पर मानहानि का दावा करेंगे विक्रमादित्य
कंगना पर मानहानि का दावा करेंगे विक्रमादित्य
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह सांसद कंगना रणौत पर मानहानि का दावा करेंगे। विक्रमादित्य सिंह सांसद कंगना रणौत की सोनिया गांधी पर टिप्पणी से नाराज हैं। कांग्रेस अधिवेशन में हिस्सा लेने पहुंचे विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना रणौत बेतुकी बयानबाजी कर रही हैं। केंद्र से जो सहयोग आ रहा है, उस पैसे को सोनिया गांधी को दिया जा रहा है। यह उनका गलत बयान है। उन्होंने कहा कि वह ज्यादा शिक्षित नहीं हैं, इसलिए बयानों में ऐसी चीजें दर्शाती हैं। केंद्र से आने वाला सहयोग क्रेडिट और ड्राफ्ट के माध्यम से खर्च होता है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना रणौत एक रुपए का घोटाला निकाल दें। अगर उनके पास इन आरोपों से जुड़े दस्तावेज नहीं हैं, तो वह उन पर मानहानि का दावा करेंगे।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि या तो सांसद कागजी दस्तावेज दिखाएं, नहीं तो सोनिया गांधी से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि यह बयानबाजी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सांसद बेलगाम हैं और उन्हें भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी फटकार लगाई है। उन्हें भाजपा हाइकमान पहले ही संवेदनशील मुद्दों पर बयानबाजी न करने की नसीहत दे चुका है, लेकिन इसके बावजूद वह बयानबाजी से पीछे नहीं हट रही हैं।
हमने भी प्रशासन को सौंपा था भीमाकाली मंदिर ट्रस्ट
विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर वक्फ बोर्ड को कठघरे में खड़ा किया है। मस्जिद विवाद के बाद उपजे तनाव पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वक्फ बोर्ड में भी पारदर्शिता की जरूरत है। जमीन कितनी है, इसकी जानकारी सार्वजनिक होना जरूरी है, ताकि आपसी भाईचारा बना रहे। समय के साथ तबदीली होना जरूरी है और संगठन में सुधार भी आवश्यक है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भीमाकाली ट्रस्ट की कमान प्रशासन को सौंपी थी। उन्होंने कहा कि भीमा काली मंदिर हमारी निजी संपत्ति थी। जब 1984 में वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने मंदिर का सरकारीकरण किया। ऑडिट लाया, ताकि पारदर्शिता लाई जा सके। मस्जिद विवाद पर पहले शिमला, फिर मंडी, शिलाई, कांगड़ा और कुल्लू में चीजें देखने को मिली हैं। ऐसे में वक्फ बोर्ड में भी पारदर्शिता लाने की जरूरत है।