कंगना रनौत के क्षेत्र में नई आफत, अचानक बीमार पड़ जा रहे बच्चे, वजह है बड़ी
कंगना रनौत के क्षेत्र में नई आफत, अचानक बीमार पड़ जा रहे बच्चे, वजह है बड़ी, नगर निगम भी टेंशन में
मंडी : हिमाचल की राजधानी शिमला समेत कई जिलों में पानी के लिए मचे हाहाकार के बीच बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत के संसदीय क्षेत्र मंडी में एक नई समस्या खड़ी हो गई है. यहां प्राकृतिक जल स्त्रोत से आ रहे पानी को पीकर बच्चे पीलिया के शिकार हो गए. जब जांच की गई तो पाया कि बच्चों ने जो पानी पिया वो दूषित था. नगर निगम को जब मामले का पता चला तो उसकी ओर से बावड़ी की सफाई करवाई गई है और फिर से सैंपल लैब भेज दिए गए हैं.
दरअसल, नगर निगम मंडी के वार्ड नंबर 2 में प्राकृतिक जल स्त्रोत शीतला बाबड़ी का पानी दूषित पाया गया है. इस पानी को पीने के बाद कुछ बच्चे पीलिया का शिकार हुए हैं. इन बच्चों के संक्रमित होने के बाद नगर निगम हरकत में आया और जल शक्ति विभाग के साथ मिलकर शहर की तीन बावड़ियों के सैंपल भरे गए. इनमें से शीतला माता मंदिर के पास की बाबड़ी का पानी दूषित पाया गया है.
सीएमओ मंडी डॉ. एनके भारद्वाज ने बताया कि दूषित पानी पीने के बाद पीलिया का शिकार हुए बच्चों में हेपेटाइटिस-ई के लक्ष्ण पाए गए हैं. गर्मियों और बरसात में दूषित पानी पीने से जल जनित रोंगों का खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने लोगों से जल जनित रोगों से बचने के लिए पानी उबालकर पीने की सलाह दी है. इसके साथ ही सीएमओ ने जिले के सभी बीएमओ को अपने क्षेत्र के प्राकृतिक जल स्रोतों की साफ-सफाई कराने के आदेश भी दिए हैं, ताकि लोगों को जल जनित रोगों का शिकार होने से बचाया जा सके.
वहीं, नगर निगम मंडी मेयर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने बताया कि शीतला बाबड़ी के पानी सैंपल फेल होने के बाद नगर निगम द्वारा बाबड़ी की साफ सफाई करवा दी गई है, जिसके बाद फिर से इसके पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. सैंपल की रिपोर्ट आने तक बाबड़ी का पानी इस्तेमाल न करने की हिदायत दी गई है. जल शक्ति विभाग द्वारा अन्य बावडियों के भी सैंपल लिए गए थे जो सही पाए गए हैं. मंडी नगर निगम में 110 के करीब बाबड़ियां और अन्य प्राकृतिक जल स्त्रोत है, जिनका जिर्णोद्धार व रखरखाव नगर निगम जल शक्ति विभाग के साथ मिलकर कर रहा है. उन्होंने लोगों से भी प्राकृतिक जल स्त्रोतों व बाबड़ियों की साफ सफाई करने की अपील की है.