कुल्लू-मनाली आने वाले मंडी का नहीं करेंगे रुख
अब मंडी शहर हो जाएगा बाइपास; कुल्लू-मनाली आने वाले मंडी का नहीं करेंगे रुख, तैयार हो रही सुरंगें
कुल्लू-मनाली की तरफ जाने वाले पर्यटक फिर मंडी का रुख नहीं किया करेंगे। अप्रैल, 2024 तक मंडी शहर बाइपास हो जाएगा। शहर से पहले ही सुरंगों के माध्यम से होकर आगे निकल जाया करेंगे। बता दें कि कीरतपुर-मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत मंडी शहर को बाइपास करने के लिए चार टनल का निर्माण किया जा रहा है। ये टनल लगभग बनकर तैयार हो चुकी हैं और अब इनमें अंतिम दौर का कार्य चला हुआ है। केएमसी कंपनी को इस कार्य को फरवरी, 2024 तक पूरा करने के निर्देश एनएचएआई ने दे दिए हैं, लेकिन केएमसी कंपनी ने दो महीनों का अतिरिक्त समय मांगते हुए इस कार्य को अप्रैल 2024 तक पूरा करने की बात कही है। बता दें कि मंडी शहर के साथ लगते मलोरी के पास से ये सुरंगें बनाई जा रही हैं, जो बिंद्रावणी के पास निकलती हैं।
इन चार टनल की लंबाई 3600 मीटर है। बता दें कि कीरतपुर-मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट में मंडी और सुंदरनगर दो प्रमुख ऐसे शहर बचे हैं, जहां पर इनके बीच से होकर ही सारा ट्रैफिक गुजरता है। इस कारण इन शहरों में भारी जाम लगता है और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब लोगों को फोरलेन पर सुगम और आरामदायक सफर का पूरा लाभ मिलने वाला है। वहीं सुंदरनगर शहर को भी जून, 2024 से पहले बाइपास कर दिया जाएगा। बाइपास का निर्माण कार्य हालांकि देरी से शुरू हुआ, लेकिन जल्द पूरा होने की उम्मीद है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी ने बताया कि सुंदरनगर बाइपास का निर्माण कार्य काफी तेज गति से चला है और इस कार्य को जून, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन इसे उससे पहले ही पूरा कर लिया जाएगा।
टनल के भीतर सडक़-लाइटिंग का काम
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी ने बताया कि केएमसी कंपनी के ढीले रवैये के कारण इस कार्य में देरी हुई है। अब कंपनी को इस कार्य को फरवरी, 2024 तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। कंपनी ने दो महीनों का अतिरिक्त समय मांगा है। अधिकतर कार्य पूरा हो चुका है और अब टनल के अंदर बनने वाली सडक़ और लाइटिंग का कार्य किया जा रहा है। कार्य अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा।