क्रिप्टोकरेंसी ठगी: पूछताछ में खुलासा, लोगों से ठगा पैसा आरोपियों ने शेयर मार्केट में भी लगाया
हिमाचल में क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस एसआईटी की जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम देकर प्रापर्टी खरीदने के अलावा लोगों का पैसा शेयर मार्किट में भी लगाया है। पुलिस की ओर से गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है। जांच टीम हर पहलू को खंगाल रही है। आरोपियों ने अधिकतर निवेश बाहरी राज्यों में किया।
अब तक की जांच में ठगी का मास्टरमाइंड सुभाष शर्मा और उसका करीबी अभिषेक ही माना जा रहा है। जांच में उसकी कई संपत्तियों का पता चला है। पुलिस एसआईटी ने एक करोड़ की संपत्ति को जब्त कर दिया है, जबकि पांच करोड़ की संपत्ति को जल्द जब्त किए जाने का दावा किया जा रहा है। आरोपियों ने अधिकतर संपत्तियों को सगे-संबंधियों के नाम से खरीदा है। काले धन को सफेद करने में भी आरोपी लगे हुए थे।
प्रदेश में क्रिप्टोकरेंसी का घोटाला वर्ष 2019 से चल रहा था। कुछ सालों के भीतर ही शातिरों ने प्रदेश में 1 हजार करोड़ से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया, जबकि पुलिस व अन्य एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने साल दर साल ठगी के लिए अलग-अलग नामों से स्कीमें शुरू कीं।
निवेशकों को जाल में फंसाने के लिए उनके साथ आनलाइन बैठकें भी की जाती थीं। क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में दर्जनों लोग ईडी के रडार पर भी हैं। लगातार इन लोगों से पूछताछ हो रही है। हिमाचल पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ ही सीबीआई भी देश में चल रहे क्रिप्टोकरेंसी घोटाले की जांच कर रही है।