ठंड से ठिठुर रहा हिमाचल: 12 जगहों पर माइनस में पारा
Himachal Weather: ठंड से ठिठुर रहा हिमाचल: 12 जगहों पर माइनस में पारा, अभी और बढे़गी ठंड; बर्फबारी-बारिश की संभावना
Cold Wave in Himachal हिमाचल प्रदेश में दिन में हवा चलने से ठंड का दौर जारी। प्रदेश में सबसे कम तापमान लाहुल-स्पीति के कुकुमसेरी में -7.3 डिग्री सेल्सियस है। 12 स्थानों पर माइनस में पारा है। मौसम विभाग के अनुसार 15 व 16 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में हिमपात (Snowfall in himachal) होने से न्यूनतम तापमान में और कमी आएगी।
HIGHLIGHTS
- हिमाचल में 12 जगहों पर माइनस में पारा
- हिमाचल में कल से सक्रिय हो रहा पश्चिमी विभोक्ष
- हिमाचल में बर्फबारी-बारिश की संभावना
शिमला। Cold Wave in Himachal: हिमाचल प्रदेश में दिन में हवा चलने से ठंड का दौर जारी। प्रदेश में सबसे कम तापमान लाहुल-स्पीति के कुकुमसेरी में -7.3 डिग्री सेल्सियस है।
समदो, कल्पा, केलंग, रिकांगपियो, नारकंडा, रिकांगपिओ, भुंतर, सुंदरनगर, मंडी, मनाली और सेऊबाग में भी न्यूनतम तापमान माइनस में चल रहा है। सबसे अधिक तापमान ऊना में 23.2 डिग्री सेल्सियस है।
बर्फबारी-बारिश होने से और गिरेगा पारा
मौसम विभाग के अनुसार 15 व 16 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में हिमपात (Snowfall in himachal) होने से न्यूनतम तापमान में और कमी आएगी।
मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वर्षा की संभावना कम है। प्रदेश में आज पूरा दिन भर धूप खिली रही, लेकिन तेज हवाओं के कारण ठंड बराबर महसूस होती रही। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है कि दो दिनों के लिए सक्रिय हो रहा पश्चिमी विक्षोभ ऊंचे पहाड़ों पर बर्फबारी करके निकल जाएगा।
कुछ हिस्सों में होगी बारिश
निचले व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वर्षा (Rain in Himachal) होने की संभावना कम है। इसके पीछे कारण ये है कि जमीन की सतह के साथ चलने वाली गर्म हवाओं की जगह ठंडी हवाओं ने ले ली है, ऐसे में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में वर्षा होने की संभावना कम रहेगी।
बारह स्थानों में तापमान माइनस में पहुंचा
प्रदेश के आठ जनजातीय क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान माइनस में चल रहा है। इसके अतिरिक्त भुंतर, सुंदरनगर, मनाली और मंडी में न्यूनतम तापमान में गिरावट का क्रम बना हुआ है। प्रदेश के नदियों के साथ लगते शहरी और कस्बाई क्षेत्रों में धुंध और कोहरा पड़ने के कारण ठंड बढ़ गई है।
कोहरा नुकसानदायक खेतों और फलदार पौधों के लिए इन दिनों पड़ रहा कोहरा सर्वाधिक नुकसानदायक है। कोहरे के कारण फसल की वृद्धि रुक जाती है और पीली पड़ने लगती है। ऐसे में सिंचाई की व्यवस्था होने पर ही रबी की फसलों को बचाया जा सकता है।