दिल्ली में डटे विक्रमादित्य सिंह, प्रियंका वाड्रा और केसी वेणुगोपाल के साथ की मुलाकात
दिल्ली में डटे विक्रमादित्य सिंह, प्रियंका वाड्रा और केसी वेणुगोपाल के साथ की मुलाकात; हिमाचल के सियासी संकट पर हुई चर्चा
शिमला। Himachal Political Crisis: हिमाचल में जारी राजनीतिक उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दावा कर रहे हैं कि 80 प्रतिशत विधायक उनके साथ हैं व कांग्रेस की सरकार पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी। वहीं, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह दिल्ली में ही डटे हुए हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने दिल्ली में प्रियंका वाड्रा व केसी वेणुगोपाल के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में उत्पन्न हुए सियासी घटनाक्रम के बारे में हाई कमान को अवगत करवाया है। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने प्रदेश में घटित और राजनीतिक घटनाक्रम की पूरी रिपोर्ट दी है। कांग्रेस के अयोग्य करार दिए गए छह विधायकों का पक्ष भी उन्होंने हाई कमान के समक्ष रखा है।
कई और नेताओं से कर सकते हैं मुलाकात
इसमें उन्होंने यह भी बताया कि किन परिस्थितियों में बगावत की और उनके संगठन में वापसी से क्या फायदा होगा। इस पर चर्चा की गई है। उनका दिल्ली में कुछ और नेताओं से भी मिलने का कार्यक्रम बताया जा रहा है। सरकार और संगठन के बीच तालमेल सहित कई अन्य मसलों पर भी चर्चा की गई है। कांग्रेस पार्टी आला कमान सोमवार को सरकार युवा संगठन के बीच समन्वय को लेकर कोऑर्डिनेशन कमेटी की सूचना जारी कर सकता है।
राहुल गांधी पटना में रहे मौजूद
वहीं शनिवार को वह राजस्थान के उदयपुर में केस के सिलसिले में कोर्ट में पेश हुए थे। शनिवार देर शाम को वह दिल्ली लौट आए थे। रविवार दिनभर वह दिल्ली में ही थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कुछ अन्य नेताओं से मिलने का समय मांगा है। हालांकि, राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित राहुल गांधी पटना में महागठबंधन की रैली में मौजूद थे। इस कारण दोपहर बाद तक उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी।
पहले उनका रविवार को शिमला लौटने का कार्यक्रम था, लेकिन वह रविवार को दिल्ली में ही डटे रहे। वहीं, अयोग्य घोषित विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि कोर्ट के दरवाजे भी खुले हैं। उन्होंने वकालतनामा पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। सर्वोच्च न्यायालय जाएंगे। यह वकील पर निर्भर करता है कि याचिका कब दायर की जाए। सोमवार या मंगलवार तक याचिका दायर की जाएगी।
हमारे संपर्क में हैं कई विधायक: राजेंद्र राणा
राजेंद्र राणा ने कहा कि कई विधायक हमारे संपर्क में हैं। वे पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं। अयोग्य घोषित करार देने के बाद सभी छह विधायक पंचकूला स्थित एक होटल में ही ठहरे हुए हैं। इन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्रों में सरकार की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि यह ओछी हरकत है। जब इंसान किसी बड़े पद पर पहुंच जाता है तो सोच बड़ी रखनी पड़ती है।
सरकार डेढ़ वर्ष बाद कर रहे ताजपोशी: राजेंद्र राणा
सरकार डेढ़ वर्ष बाद अब ताजपोशी कर रही है। यह कार्य पहले हो जाना चाहिए था। अब रेवड़ियां बांटने से कुछ नहीं होगा। बेरोजगार सड़क पर बैठे हैं। सरकार रेवड़ियां बांटने से अच्छा इन्हें नौकरी दे। समन्वय समिति गठित होने का इंतजार हिमाचल में राजनीतिक संकट दूर करने के लिए पार्टी हाईकमान ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा व डीके शिव कुमार को हिमाचल भेजा था।
सभी से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि सरकार व संगठन के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए समन्वय समिति गठित की जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री सुक्खू, प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह व उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित तीन अन्य सदस्य होंगे। वीरवार को यह बात कही थी, रविवार तक इस समिति का गठन नहीं हो पाया है।