देहरादून: कानून बदला, पर वक्फ बोर्ड की हालत जस की तस – 22 साल से पदों को मंजूरी नहीं

Dehradun: कानून बदला…नहीं बदले उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के हालात, 22 साल में पदों का ढांचा ही नहीं हुआ स्वीकृत
हिंदी टीवी न्यूज़, देहरादून Published by: Megha Jain Updated Thu, 10 Apr 2025
22 साल में आज तक उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के लिए पदों का ढांचा ही स्वीकृत नहीं हुआ है।5388 संपत्तियां चार कर्मचारियों के भरोसे है। पदों के प्रस्ताव कई बार लटके।
देश में वक्फ संपत्तियों के संबंध में कानून तो बदल गया लेकिन उत्तराखंड वक्फ बोर्ड को 22 साल से अपने हालात बदलने का इंतजार है। बोर्ड के पास यूं तो यूपी के हिस्से से बंटवारे में बड़ी संख्या में संपत्तियां आईं लेकिन उनके सही रख-रखाव संबंधी जिम्मेदारियां उठाने के लिए आज तक कर्मचारी नहीं मिल पाए।
पांच अगस्त 2003 को उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड वक्फ बोर्ड को अलग करते हुए 2032 सुन्नी एवं 21 शिया वक्फ संपत्तियों की जिम्मेदारी सौंपी गई। आज वक्फ बोर्ड के पास 2146 औकाफ और उनकी 5388 संपत्तियां हैं। सरकार ने हाल ही में इन संपत्तियों के संरक्षण, उपयोग, सुधार, पारदर्शिता के लिए वक्फ कानून में संशोधन कर दिया है। लेकिन संपत्तियों के रखरखाव में अहम किरदार निभाने वाले कर्मचारियों के प्रस्ताव कागजों में ही दफन हैं।