धर्मशाला: लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में 807 तिब्बती समुदाय के लोग भी डालेंगे वोट
धर्मशाला: लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में 807 तिब्बती समुदाय के लोग भी डालेंगे वोट
प्रदेश में लोकसभा चुनाव और धर्मशाला में होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में निर्वासित तिब्बती समुदाय के लोग भी मतदान करेंगे।
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और धर्मशाला में होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में निर्वासित तिब्बती समुदाय के लोग भी मतदान करेंगे। धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में तिब्बती समुदाय के करीब 15,145 के लोग स्थायी रूप से रहते हैं। इससे दोगुनी संख्या में तिब्बती समुदाय के लोग यहां घूमने या अन्य कारणों से आते हैं। धर्मशाला में निर्वासित तिब्बत सरकार का मुख्यालय भी है, जहां पर प्रधानमंत्री समेत अन्य जनप्रतिनिधि रहते हैं, लेकिन 807 के करीब तिब्बती समुदाय के लोगों ने भारतीय नागरिकता ले रखी है। इन तिब्बती समुदाय के लोगों ने धर्मशाला में निर्वाचन विभाग के माध्यम से अपने मतदाता पहचान पत्र भी बना लिए हैं। अब ये तिब्बती समुदाय के लोग लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा उपचुनाव में भी मतदान करेंगे।
धर्मशाला में 85,642 मतदाता हैं। इनमें 42,940 पुरुष, 42,702 महिला मतदाता हैं। तिब्बती समुदाय के मतदाताओं का यह आंकड़ा किसी भी प्रत्याशी जीत या हार तय करने में अहम भूमिका निभा सकता है। इसके चलते कई प्रत्याशी बीते दिनों तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का आशीर्वाद लेने उनके मैक्लोडगंज स्थित मठ में शीश नवा चुके हैं। यहां से भाजपा से सुधीर शर्मा, कांग्रेस से देवेंद्र सिंह जग्गी, निर्दलीय प्रत्याशी राकेश चौधरी, सतीश कुमार चुनाव मैदान में हैं। मतदान प्रतिशतता बढ़ाने के लिए विभाग जागरुकता कार्यक्रम कर रहा है।
धर्मशाला में 807 के करीब तिब्बती समुदाय के लोगों के मतदाता पहचान पत्र बने हुए हैं। आग नागरिकों की तरह इन्हें भी अधिक से अधिक संख्या में मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है। -गिरी राज ठाकुर, तहसीलदार धर्मशाला
चेकिंग के बाद ही वाहनों को दे रहे प्रवेश
लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के चलते हिमाचल की सीमाओं पर पुलिस की रोटेशन में सेवाएं ली जाएंगी। पुलिस मुख्यालय ने सीमाओं पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। खासकर पंजाब, जम्मू के साथ लगती हिमाचल की सीमाओं समेत किन्नौर, लाहौल स्पीति और चंबा जिले में चौकसी बढ़ाई गई है। प्रदेश के प्रवेश द्वारों पर गाड़ियों को चेकिंग के बाद ही प्रवेश करने दिया जा रहा है।
हिमाचल में आने जाने वालों पर पुलिस की नजर हैं। पंजाब-हरियाणा से सटे हिमाचल के बॉर्डर एरिया और बिलासपुर, कांगड़ा, ऊना, सोलन, सिरमौर और सीमांत क्षेत्रों में नाकों पर पुलिस का कड़ा पहरा है।
पुलिस मुख्यालय प्रतिदिन सुरक्षा संबंधित रिपोर्ट ले रहे हैं। अब तक प्रदेश में ढाई सौ से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं। लाखों के नशीले पदार्थों को जब्त किया है। बिलासपुर-पंजाब सीमा पर मजारी, दबट, जंडोरी, शेहलाघोड़ा में भी पुलिस मुस्तैद है। नाकों पर हथियारबंद जवान तैनात हैं। प्रदेश में माहौल न बिगड़े, इसके लिए यह प्रबंध किए गए हैं। हरियाणा से सटी सीमा पर तैनात पांवटा पुलिस के जवान संदिग्ध तस्करों पर नजर रखे हुए हैं। बद्दी में पंजाब के रोपड़ को जोड़ने वाली सड़क पर ढेरोंवाला बैरियर पर चौकसी बढ़ाई है।