निगुलसरी में दूसरे दिन भी नेशनल हाईवे बंद
किन्नौर जिले के निगुलसरी स्थित सेक्टर 26 में नेशनल हाईवे पांच पर दूसरे दिन भी यातायात ठप रहा। वीरवार देर रात यहां पहाड़ी दरकने के कारण नेशनल हाईवे का करीब 400 मीटर हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिस कारण हजारों लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। शनिवार को जिला प्रशासन ने एक बीमार महिला को रिकांगपिओ से एयरलिफ्ट कर आईजीएमसी शिमला पहुंचाया। उधर, एनएचएआई ने पहाड़ी को काटकर सड़क निकालने का कार्य शुरू किया है।
शनिवार को शिमला की ओर से करीब 40 मीटर और किन्नौर की ओर से करीब 200 मीटर सड़क बनाई जा चुकी है। हालांकि पहाड़ी से बार-बार हो रहे भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण मार्ग बहाली का कार्य प्रभावित हो रहा है। यदि भूस्खलन का सिलसिला जारी रहा तो करीब एक सप्ताह का समय लग जाएगा। मार्ग बाधित होने से किन्नौर जिले में चल रहा सेब और मटर का सीजन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है, जबकि हजारों लोगों को रामपुर, शिमला और चंडीगढ़ की ओर जाने में परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।
कई ग्रामीण पहाड़ी से होते हुए सड़क की दूसरी ओर पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां हादसे होने की भी आशंका बनी हुई है। मार्ग बहाली में एनएचएआई सहित जेएसडब्ल्यू, भारतीय सेना और पटेल कंपनी की मशीनें और मजदूर जुटे हुए हैं। एनएच की बहाली में 12 मशीनें और करीब 40 मजदूर युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। वहीं किसान-बागवानों की फसलों को मंडी पहुंचाने के लिए निगुलसरी के समीप दुमती में स्पैन लगाने का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है।
नेशनल हाईवे प्राधिकरण के एक्सईएन रामपुर केएल सुमन ने बताया कि निगुलसरी में सड़क बहाली का कार्य पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन के कारण प्रभावित हो रहा है। अब तक करीब 240 मीटर सड़क का निर्माण कार्य कर लिया गया है। मार्ग बहाली में अभी समय लगेगा। उधर, लोक निर्माण विभाग भावानगर के एक्सईएन भावानगर प्रमोद उप्रेती ने बताया कि दुमती के पास शनिवार रात तक स्पैन लगाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इससे किसानों और बागवानों को कुछ हद तक मदद मिलेगी।