पानी और जमीन में अब आसान होगी तलाश, डूबते व्यक्ति की जान बचाएगा स्मार्ट रोबोट, जमीन में 35 मीटर तक करेगा स्कैनिंग
पानी व जमीन में अब लापता लोगों की तलाश आसान होगी। करीब 55.37 लाख रुपये की लागत का ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) जमीन के अंदर 35 मीटर तक स्कैनिंग कर उसकी इमेज तैयार करेगा। वहीं रिमोट कंट्रोल मानवरहित स्मार्ट लाइफ ब्वाय वॉटर रेस्क्यू रोबोट (Smart Life Buoy Water Rescue Robot) पानी के अंदर सर्च व बचाव अभियान में मील का पत्थर साबित होगा।Mandi News: पानी व जमीन में अब लापता लोगों की तलाश आसान होगी। सर्च व बचाव अभियान के लिए गोताखोरों या विशेषज्ञों का इंतजार नहीं करना होगा।समय पर सर्च व बचाव अभियान शुरु होने से आपदा में फंसे लोगों की जान बच पाएगी। करीब 55.37 लाख रुपये की लागत का ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) जमीन के अंदर 35 मीटर तक स्कैनिंग कर उसकी इमेज तैयार करेगा।
इस रोबोट से पानी के अंदर से एक बार में बच सकते हैं तीन लोग
जीपीआर धातु और गैर धातु दोनों वस्तुओं का पता लगाने में सक्षम है। इससे मलबे में फंसे लोगों व वाहनों की सही स्थिति का पता लगाने में मदद मिलेगी।
वहीं रिमोट कंट्रोल मानवरहित स्मार्ट लाइफ ब्वाय वॉटर रेस्क्यू रोबोट (Smart Life Buoy Water Rescue Robot) पानी के अंदर सर्च व बचाव अभियान में मील का पत्थर साबित होगा।
इसकी कीमत करीब 11 लाख रुपये है। यह दो किलोमीटर तक दो क्विटंल वजन ले जाने में सक्षम हैं। यानी एक बार में तीन लोगों इस पर आ सकते हैं।
मंडी जिला प्रशासन को मिले एक करोड़ से अधिक के उपकरण
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से मंडी जिला प्रशासन को करीब एक करोड़ से अधिक के उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं। इसमें जीपीआर व स्मार्ट लाइफ ब्वाय वाटर रेस्क्यू रोबोट प्रमुख है।
जीपीआर उपकरण प्रशासन ने पुलिस व स्मार्ट लाइफ ब्वाय वाटर रेस्क्यू रोबोट होमगार्ड को उपलब्ध करवाया है। पुलिस व होमगार्ड जवानों को दोनों उपकरण संचालित करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
राहत एवं बचाव कार्यों के लिए प्रशासन को मिली जीप
इसके अलावा आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने आपदा में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए प्रशासन को दो बोलेरो जीप दी हैं। दोनों जीप फोर बाई फोर हैं। खराब रास्तों में उपकरण व राहत कर्मी पहुंचाने के काम आएगी।
गत वर्ष जुलाई व अगस्त की भीषण आपदा के बाद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आधुनिक उपकरण देने की बात कही थी। जीपीआर उपकरण भूमिगत विद्युत,दूरसंचार,पानी व सीवरेज लाइन की भी सही जानकारी देगा।
स्विमिंग पूलों, जलाशयों,खड्डों व नदियों में करेगा ये रोबोट बचाव
इससे राहत कार्यों के दौरान खोदाई करने में आसानी होगी। जेसीबी आदि से की जाने वाली खोदाई से भूमिगत लाइनों को होने वाले नुकसान से भी बचा जा सकेगा।
स्मार्ट लाइफ ब्वाय विशेष रूप से स्विमिंग पूलों, जलाशयों,खड्डों व नदियों में बचाव के काम आएगा। इसकी तेज, सटीक, शून्य विलंब और लंबी दूरी की डिलीवरी से डूबते हुए व्यक्तियों के त्वरित बचाव को सुनिश्चित किया जा सकेगा। बचाव अभियान की दक्षता और सफलता दर में उल्लेखनीय सुधार होगा।
लोगों की जान बचाने में मिलेगी मदद
जीपीआर व स्मार्ट लाइफ ब्वाय सर्च व बचाव अभियान में मील का पत्थर साबित होंगे। इससे लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी। डॉ. मदन कुमार,अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी मंडी