पिक्चर अभी बाकी है! हिमाचल में बढ़ेगी ठंड, इस दिन होगी बारिश और बर्फबारी; चार जिलों में कोहरे-कोल्ड वेव का येलो अलर्ट जारी

Himachal Weather हिमाचल में अब ठंड और बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक 26 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बर्फबारी (Snowfall in Himachal) व वर्षा की संभावना जताई गई है। जबकि चार जिलों ऊना कांगड़ा बिलासपुर और मंडी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर घना कोहरा कोल्ड वेव यानी शीतलहर और ज़मीन पर पाले की अधिकता को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
HIGHLIGHTS
- हिमाचल में बढ़ेगी ठंड, 26 जनवरी से होगी बारिश और बर्फबारी
- चार जिलों में कोहरे-कोल्ड वेव का येलो अलर्ट जारी
- IMD ने कोल्ड वेव और धुंध की एडवाइजरी की जारीHimachal Weather Today: हिमाचल प्रदेश में 1901 से लेकर अभी तक 123 वर्षों में जनवरी माह के दौरान दर्ज की गई वर्षा के आधार पर अभी तक प्रदेश में समाान्य से 99.7 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है।जो अब तक की सबसे कम है। जबकि इसके बाद 1966 में जनवरी माह में सबसे कम सामान्य से 99.6 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई थी।
26 जनवरी से हिमाचल में हो सकती है बर्फबारी-बारिश
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार 26 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बर्फबारी (Snowfall in Himachal) व वर्षा की संभावना जताई गई है।
जबकि चार जिलों ऊना, कांगड़ा, बिलासपुर और मंडी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर घना कोहरा, कोल्ड वेव यानी शीतलहर और ज़मीन पर पाले की अधिकता को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। दो जिलों सोलन और सिरमैार में घनी धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है।
IMD ने कोल्ड वेव और धुंध की एडवाइजरी की जारी
मौसम विभाग ने कोल्ड वेव और धुंध सहित पाले को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। प्रदेश में जनवरी 2024 (18 जनवरी तक) के महीने में राज्य में सामान्य वर्षा 43.1 मिमी की अपेक्षा केवल 0.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
मैदानी व निचले पहाड़ी क्षेत्र में सुबह के समय खराब दृश्यता की स्थिति, जिससे आवागमन में कठिनाई हो रही है। प्रदेश में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री तक की गिरावट आई है। जबकि अधिकतम तापमान में भी एक से आठ डिग्री तक की गिरावट आई है।
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कृषि-मौसम संबंधी सलाह
सबसे अधिक गिरावट डलहौजी में 8.5 डिग्री, जबकि बाकी स्थानों पर एक से दो डिग्री की दर्ज की गई है। फूल आने की अवस्था में ठंडी हवा के कारण उपज में कमी।
दुधारू एवं नवजात पशुओं को शीत लहर से बचाने के लिए उचित प्रबंध करें -रात के दौरान. दुधारू और नवजात पशु के दरवाजे और पीठ पर जूट की बोरी रख दें। दिन के समय पशु को धूप में बांधें तथा गुनगुना पानी पिलायें। पौष्टिक दें -प्रतिदिन भोजन करें और बिस्तर को सूखा रखें। -असुरक्षित ढांचे में रहने से बचें।