बस-ट्रक ड्राइवर हो जाएं सावधान! यदि नहीं की लेन में ड्राइविंग तो भुगतना होगा अंजाम

बस-ट्रक ड्राइवर हो जाएं सावधान! यदि नहीं की लेन में ड्राइविंग तो भुगतना होगा अंजाम, जानें हरियाणा में क्या नियम हुआ लागू
हरियाणा में लेन ड्राइविंग की अवहेलना करने वाले ट्रक-बसों सहित अन्य कामर्शियल वाहन चालकों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को ट्रांसपोर्ट यूनियनों से संपर्क करते हुए वाहन चालकों को लेन ड्राइविंग की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। यदि वाहन चालक ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
HIGHLIGHTS
- लेन ड्राइविंग की अवहेलना करने वाले बस-ट्रक चालकों पर दर्ज होगी एफआईआर
- ‘नशा मुक्त गांव’ की पहल हुई शुरू
- महिलाएं संभाल रहीं नशा मुक्ति की कमान
चंडीगढ़। Haryana News: हरियाणा में लेन ड्राइविंग की अवहेलना करने वाले ट्रक-बसों सहित अन्य कामर्शियल वाहन चालकों पर एफआइआर दर्ज की जाएगी। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को ट्रांसपोर्ट यूनियनों से संपर्क करते हुए वाहन चालकों को लेन ड्राइविंग की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
नशा मुक्त गांव’ की पहल हुई शुरू
पुलिस महानिदेशक ने बृहस्पतिवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से महिला सुरक्षा, ग्राम प्रहरी, नशा मुक्ति और फीडबैक सेल पर ग्राउंड रिपोर्ट ली। डीजीपी ने कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त बनाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। इसी कड़ी में ‘नशा मुक्त गांव’ की ऐतिहासिक पहल शुरू की गई है।
महिलाएं संभाल रहीं नशा मुक्ति की कमान
फतेहाबाद जिला के 10 गांवों में महिलाओं का समूह तैयार किया गया जो देर रात्रि गांव में घूम कर नशा करने वाले लोगों पर निगरानी रखता है। इन गांवों में नशा मुक्ति की कमान महिलाएं संभाल रही हैं। महिलाओं द्वारा सूचना एकत्रित करते हुए पुलिस को इसकी जानकारी दी जाती है ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। इन 10 गांवों में मताना, कुम्हारिया, भोडा होशनाक, ढाणी ठोबा, ढाणी चानन, खान मोहम्मद, बनावाली सोत्तर, सिरढान, गिल्लाखेड़ा और बनावली शामिल हैं।
पढ़ाई और खेलों में आगे आना चाहते हैं युवा
इन गांवों के युवाओं ने खुद को पढ़ाई और खेलों से तथा बड़े व बुजुर्गों ने खुद को काम धंधे व खेती बाड़ी से जोड़कर नशे को अलविदा करने का संकल्प किया है जोकि दूसरे गांव के लिए प्रेरणा स्रोत है। डीजीपी ने इस पहल की सराहना करते हुए अन्य जिलों को भी इस दिशा में सार्थक प्रयास करने के लिए प्रेरित किया।
पुलिस महानिदेशक ने क्या दिए निर्देश?
पुलिस थानों में स्थापित फीडबैक सेल की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी फीडबैक सेल की मॉनिटरिंग करें। यदि किसी शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस की कार्रवाई को लेकर असंतुष्टि व्यक्त की जाए तो उससे असंतुष्टि का कारण अवश्य पूछें। यदि शिकायतकर्ता फोन नहीं उठाता तो उससे मैसेज करते हुए संपर्क करें।
महिलाओं की सुरक्षा को सख्त करने का दिया निर्देश
ग्राम प्रहरी योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए डीजीपी ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर ग्राम प्रहरी छेड़छाड़ वाले हॉटस्पाट क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्य करें। ग्राम प्रहरी महिलाओं से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रो में छेड़छाड़ संबंधी फीडबैक लेते हुए आवश्यक कदम उठाएं।