मणिमहेश 37364 पहुंचा भक्तों का आंकड़ा
उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के लिए एक दिन के भीतर ही पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण करवाया है। इसी के साथ शनिवार को यात्रा के लिए पंजीकृत श्रद्धालुओं का आंकड़ा 37364 तक पहुंच गया है। लिहाजा आगामी दिनों में इस आंकड़े में ओर इजाफा होगा, जबकि छह हजार से अधिक यात्रियों ने मणिमहेश मार्ग के गूहीनाला से ऊपर की तरफ रुख कर लिया है। कुल मिलाकर मौसम का साथ मिलने के बाद मणिमहेश यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढऩे लगा है। मणिमहेश मंदिर न्यास के सदस्य सचिव एवं एसडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा ने बताया कि शुक्रवार शाम तक मणिमहेश यात्रा के कुल पंजीकृत श्रद्धालुओं का आंकड़ा 32151 रहा था, जिसके बाद मणिमहेश मंदिर न्यास की ओर से जारी किए गए आंकड़े के तहत शनिवार शाम तक यह आंकड़ा 37364 तक पहुंच गया है। इस हिसाब से इस अवधि के भीतर मणिमहेश यात्रा के लिए 5213 श्रद्धालुओं ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है।
बता दें कि मणिमहेश यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए इस मर्तबा मणिमहेश मंदिर न्यास की ओर से रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है। साथ ही रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन के अलावा भरमौर उपमंडल के पांच स्थानों समेत जिला के प्रवेश द्वारों पर भी पंजीकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं, ताकि यात्रा में आने वाले हर श्रद्धालु को दर्ज किया जा सके। मणिमहेश मंदिर न्यास की ओर से पंजीकृत यात्रियों के यात्रा में प्रवेश का पता लगाने के लिए गूहीनाला में क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए केंद्र स्थापित किया, जिससे पता चल सके कि यात्रा के लिए पंजीकरण करवाने वाले श्रद्धालुओं में से कितनों ने डल झील की ओर रुख कर लिया है। इसके अलावा मणिमहेश यात्रा डल झील से लौट कर आने वाले श्रद्धालुओं की दोबारा स्कैनिंग कर यात्रियों की वापसी का पता लगाया जा रहा है। लिहाजा मणिमहेश मंदिर न्यास की ओर से पंजीकरण को लेकर की गई इस व्यवस्था से यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का एक आंकड़ा मिल पा रहा है। एसडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा ने कहा कि शनिवार शाम तक यात्रा के लिए पंजीकृत यात्रियों का आंकड़ा 37364 तक पहुंच गया है। उनका कहना है कि यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। कुलवीर सिंह राणा का कहना है कि राधाअष्टमी के पावन स्नान के लिए भी प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। उन्होंने यात्रियों से अपील की है कि वह बेखौफ होकर मणिमहेश यात्रा के लिए आएं।