लोकसभा में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुरू की संविधान पर चर्चा
लोकसभा में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संविधान पर चर्चा शुरू की
हिंदी टीवी न्यूज़,न्यू दिल्ली Published by:Megha Jain Updated Fri, 13 Dec 2024
लोकसभा में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुरू की संविधान पर चर्चा
देश की संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा है, आज इस सत्र का 14वां दिन है। बीते इन 14 दिनों में कई बार संसद में हंगामा हुआ। आज भी राज्यसभा में हंगामा हुआ जिसके चलते राज्यसभा की कार्रवाई स्थगित कर दी गयी है। बता दें लोकसभा के लिए अगले दो दिन काफी अहम होने वाले हैं. क्योंकि 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा होनी है। इस बीच आज यानी 13 दिसंबर को लोकसभा में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संविधान पर चर्चा शुरू की है। बता दें कि यह बहस संविधान को अपनाए जाने की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित की गई है।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि “हम भारत के लोगों ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया था…मैं इस सदन और देश के सभी नागरिकों को संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हार्दिक बधाई देता हूं…मैं कह सकता हूं कि हमारा संविधान सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक जीवन के सभी पहलुओं को छूकर राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त करता है…”
उन्होंने कहा कि “हमारे संविधान ने भारतीयता से परिचित कराया है। हमारे संविधान की मूल प्रति के भाग 3 में भगवान श्रीराम, मां सीताजी और लक्ष्मणजी की तस्वीर भी अंकित है। मूल प्रति के मुखपृष्ण पर अजंता गुफाओं की पेंटिंग की छाप दिखती है। साथ ही कमल की फूल भी है। ये दिखाता है कि सदियों की गुलामी से निकल कर आजाद राष्ट्र का उदय हो चुका है। उकेरी गई आकृतियां समृद्ध इतिहास और महान परंपरा को दिखाती हैं।”
उन्होंने “हम सभी संविधान के संरक्षक और व्याख्याता के रूप में सर्वोच्च न्यायालय की भूमिका को स्वीकार करते हैं। आज संविधान की रक्षा की बात हो रही है। यह हम सभी का कर्तव्य है। लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि संविधान का सम्मान किसने किया है और किसने इसका अपमान किया है..”
उन्होंने कहा कि “कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि एक पार्टी ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया को हाईजैक करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है। भारत के लोगों के द्वारा, भारत के लोगों के अनुरूप बनाया गया दस्तावेज है। पश्चिमी सभ्यता में नाइट वॉचमैन स्टेट का कॉन्सेप्ट है। इसका अर्थ है कि सरकार का दायित्व लोगों को सुरक्षा प्रदान करने तक ही सीमित रहे। हमारे देश में राजधर्म की बात कही गई है। हमारे यहां राजा भी राजधर्म से बंधा हुआ है। उसकी शक्तियां लोगों के कल्याण के लिए है। कमजोर वर्गों की रक्षा के लिए है. हमारा संविधान नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा संविधान नागरिकों के समग्र विकास में रास्ते में आने वाली बाधाओं को हटाने का निर्देश देता है।”