विद्युत ठेकेदारों का नए टेंडर भरने से इनकार
विद्युत ठेकेदारों का नए टेंडर भरने से इनकार; बद्दी में बैठक के दौरान इस कारण लिया एकमत फैसला
प्रदेश के विद्युत ठेकेदारों ने बिजली बोर्ड के नए टेंडरों को भरने से साफ इनकार कर दिया है। यह फैसला बद्दी में प्रदेशाध्यक्ष अरुण ठाकुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई हिम पावर एसोसिएशन की प्रांत बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। महासचिव रणजीत सिंह ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक विद्युत बोर्ड प्रबंधन हमारी लंबित मांगे जो कि एक साल से लंबित है उन्हें पूरा नही करता तब तक विद्युत ठेकेदार टेंडर नहीं भरेंगे। बीबीएन इकाई के प्रधान गुरशरण सिंह जौली ने बताया कि ठेकदारों की प्रमुख मागों मेंं ऑफ लाइन टेंडर की सीमा को बढ़ाकर पहले की तरह पांच लाख करना, कोस्ट डाटा के आईटम रेट को बढ़ाना। पहले इसे सालाना दस फीसदी की दर से बढ़ाया जाता था लेकिन इस मर्तबा इसे बढ़ाना तो दूर चार से 45 प्रतिशत तक कम कर दिया गया।
ठेकेदारों ने पेमेंट प्रणाली में सुधार की मांग उठाते हुए बताया कि हमारी पुराने कामों की पेमेंट लंबे समय से बिजली बोर्ड नहीं कर रहा है, जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है। हालात यह है कि बैंक ऋण की लिमिट भी समाप्त हो चुकी है। मंडी के प्रधान अरुण ठाकुर ने ऐलान किया है कि नए टेंडर पर रोक एसोसिएशन के माध्यम से लगाम लगाएंगे। इसके अलावा आने वाले समय में बर्फ गिरने से जो लाइने और ट्रांसफार्मर बंद होगे उसमें भी हम विभाग का कोई सहयोग नहीं देंगे। इस मीटिंग में राज्य कांट्रेक्टर एसोसिएशन के प्रधान अरुण ठाकुर, वाइस प्रेजिडेंट तिलक राव, जनरल सेक्रेटरी रणजीत सिंह, अर्की के प्रधान कंवर ,प्रेम, राजेंद्र , पंकज ठाकुर, गुरमीत सिंह दून, सुनील धीमान, राज कुमार, अमन जौली, मोहित, विजय, राजेंद्र, अमन ठाकुर व लक्की सिंह मुख्य तौर पे उपस्थित रहे। गुरमित सिंह ने बताया कि इस तरह की बैठकें प्रदेश के हर उपमंडल में आयोजित की जाएगी।