हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन करते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
Haridwar: बदलने वाली है हर की पौड़ी की तस्वीर, अब आरती के दौरान लाइट, साउंड और लेजर शो का ले सकेंगे आनंद
Haridwar सीएम धामी ने भारत की प्राचीन और पौराणिक शक्ति पीठों से सीधा संबंध रखने वाले सतीकुंड को शीघ्र ही विश्व स्तरीय संरचना देकर भव्य स्वरूप में विकसित किए जाने हरकी पैड़ी पर गंगा आरती के दौरान लाइट साउंड और लेजर शो के माध्यम से गंगा के अवतरण का तीर्थ यात्रियों के बीच प्रदर्शन की व्यवस्था किए जाने की घोषणाएं की।
हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद भ्रमण के दौरान हरकी पैड़ी पर गंगा आरती में प्रतिभाग किया। उन्होंने भारत की प्राचीन और पौराणिक शक्ति पीठों से सीधा संबंध रखने वाले सतीकुंड को शीघ्र ही विश्व स्तरीय संरचना देकर भव्य स्वरूप में विकसित किए जाने, हरकी पैड़ी पर गंगा आरती के दौरान लाइट, साउंड और लेजर शो के माध्यम से गंगा के अवतरण का तीर्थ यात्रियों के बीच प्रदर्शन की व्यवस्था किए जाने, हरकी पैड़ी के आस-पास के सभी पुलों पर फसाड लाइटिग की व्यवस्था किए जाने की घोषणाएं की।
सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरकी पैड़ी पहुंचे। जहां गंगा आरती में प्रतिभाग किया। गंगा मैया से देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान तीर्थ यात्रियों की सुविधा को कई सौगात दी। प्राचीन शक्ति पीठों से सीधा संबंध रखने और हिंदू धर्म के प्रसार के पुरातन केंद्र के रूप में प्रसिद्ध सतीकुंड को शीघ्र ही विश्वस्तरीय संरचना के तहत भव्य रूप दिया जाएगा।
लाइट, साउंड और लेजर शो होगा
सीएम धामी ने गंगा आरती के दौरान हरकी पैड़ी पर एकत्र होने वाले तीर्थ यात्रियों की यात्रा को स्मरणीय बनाने के लिए गंगा अवतरण के दृश्य को लाइट, साउंड और लेजर शो के माध्यम से गंगा आरती को और अधिक भव्य रूप दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हरकी पैड़ी पर गंगा आरती के दौरान प्रत्येक दिन गंगा अवतरण के दृश्य का लाइट, साउंड और लेजर शो के माध्यम से प्रदर्शन किया जाएगा।
हर की पैड़ी के आस-पास होगा बदलाव
सीएम धामी ने हर की पैड़ी के आस-पास के सभी पुलों पर फसाड लाइटिंग की व्यवस्था किए जाने की बात कही। कहा कि हरकी पैड़ी के आसपास के पुल केवल कुंभ के दौरान ही प्रकाशमान होते हैं। जबकि यहां तीर्थ यात्रियों का वर्ष-भर आना-जाना लगा रहता है। इसलिए हर की पैड़ी के आस-पास के सभी पुलों को प्रतिदिन शाम होते ही रंग बिरंगी रोशनी फसाड से प्रकाशमान किए जाएंगे।