हिमाचल: डॉक्टरों को एनपीए जल्द जारी करने की तैयारी, स्वास्थ्य विभाग में शुरू की कसरत

स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल कह चुके हैं कि डाॅक्टरों का एनपीए बंद नहीं किया गया है। इसे रोका गया है। हिमाचल में प्राकृतिक आपदा के चलते जानमाल की भारी क्षति हुई है।
हिमाचल में डाॅक्टरों का एनपीए (नाॅन प्रेक्टिस अलाउंस) जल्द बहाल हो सकता है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग में कसरत शुरू हो गई है। आगामी कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को लाया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल कह चुके हैं कि डाॅक्टरों का एनपीए बंद नहीं किया गया है। इसे रोका गया है। हिमाचल में प्राकृतिक आपदा के चलते जानमाल की भारी क्षति हुई है। सरकार को करोड़ों की चपत लगी है। प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए ऐसा किया गया है।उधर, एनपीए बंद किए जाने और अन्य मांगों को लेकर डाॅक्टर बीते 10 दिनों से ओपीडी में काले बिल्ले लगाकर सेवाएं दे रहे हैं। डाॅक्टरों ने चेतावनी है कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जातीं, उनका रोष जारी रहेगा। दरअसल डॉक्टर एनपीए के अलावा सेवानिवृत्त चिकित्सक को सेवा विस्तार न दिए जाने और पदोन्नति की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की ओर से आश्वासन मिलने के बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुई है
इसके चलते डॉक्टरों में रोष है। उधर, हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ के अध्यक्ष राजेश राणा ने कहा कि एनपीए बीते साल बरसाद में आई आपदा के दौरान सरकार ने बंद कर दिया था, जो इन्हें प्रशिक्षण के समय कुल वेतन का 20 फीसदी दिया जाता था।