हिमाचल: ताया ने पढ़ाया, चिट्टे के नशे में फंसे Nephew ने खुद थाने पहुंचाया

Himachal Pradesh: ताया ने पढ़ाया-लिखाया, चिट्टे के नशे में फंसा तो खुद थाने पहुंचाया; मिली थी अच्छी नौकरी
हिंदी टीवी न्यूज़, हमीरपुर Published by: Megha Jain Updated Sun, 13 Apr 2025
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जो आपको हैरान कर देगा। दरअसल, भतीजे को नशे के दलदल में फंसा देख ताया पुलिस को सूचना देने से पीछे नहीं हटे। ताकि, भतीजा सुधर सके। वह खुद पंचायत और पुलिस चौकी में पहुंचे।
महज सात वर्ष की उम्र में अनाथ होने वाले बच्चे को ताया ने पढ़ाया-लिखाया। आईटीआई पास कर निजी कंपनी में नौकरी लगने ही वाली थी, लेकिन नशे के दलदल में फंस कर चिट्टा तस्कर बन गया। जिस ताया ने पढ़ा-लिखा कर युवक को इस मुकाम तक पहुंचाया, उसे ही दिल पर पत्थर रखकर शिकायत लेकर पुलिस चौकी पहुंचना पड़ा। मामला हमीरपुर जिले के भोरंज क्षेत्र का है। भतीजे को नशे के दलदल में फंसा देख ताया पुलिस को सूचना देने से पीछे नहीं हटे। ताकि, भतीजा सुधर सके। वह खुद पंचायत और पुलिस चौकी में पहुंचे।
इस युवक को चिट्टे की लत इतनी गंभीर लगी है कि एक माह में एक लाख रुपये के करीब चिट्टे का सेवन खुद ही कर लेता है। इस नशे की जरूरत को पूरा करने के लिए युवक तस्करी करता है। यही वजह है कि तीसरी दफा चिट्टे की भारी खेप के साथ पकड़ा गया है। जब पुलिस ने आरोपी को धरा तो यह खुलासा हुआ कि यह हर दिन चिट्टे का सेवन करता है। कई ग्राम चिट्टा एक दिन में सेवन कर लेता है, जिसके लिए वह तस्करी के रास्ते पर चल पड़ा।
कई ऐसे आरोपी चिट्टे के साथ दबोचे गए हैं जो कि इस नशे की जरूरत को पूरा करने के लिए तस्करी कर रहे हैं। नशे की रोकथाम के लिए इन युवाओं को नशे से बाहर निकालना जरूरी है। पुलिस इसके लिए काउंसलिंग और अन्य प्रयास भी कर रही है- भगत सिंह ठाकुर, एसपी, हमीरपुर