हिमाचल में बाढ़ और बारिश से कृषि क्षेत्र को हुआ करीब 500 करोड़ का नुकसान, आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान
हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण किसानों और बागवानों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है। कई किसानों की खड़ी फसल के तबाह होने से उनकी साल भर की मेहनत बर्बाद हो गई है। अभी तक कृषि और बागवानी को 498 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है और ये नुकसान 700 करोड़ तक होने का अनुमान है।प्रदेश में बागवानी को 241.09 करोड़ का जबकि कृषि को 256.87 करोड़ का नुकसान हुआ है। अभी भी टीमें नुकसान का फील्ड में जाकर आकलन कर रही हैं। सबसे अधिक शिमला जिले में 145 करोड़ का नुकसान आंका गया है। जबकि कुल्लू में अभी तक 50 करोड़ का नुकसान हो चुका है। मंडी में 30 करोड़ के करीब नुकसान आंका गया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण किसानों और बागवानों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है। कई किसानों की खड़ी फसल के तबाह होने से उनकी साल भर की मेहनत बर्बाद हो गई है। अभी तक कृषि और बागवानी को 498 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है और ये नुकसान 700 करोड़ तक होने का अनुमान है।प्रदेश में बागवानी को 241.09 करोड़ का जबकि कृषि को 256.87 करोड़ का नुकसान हुआ है। अभी भी टीमें नुकसान का फील्ड में जाकर आकलन कर रही हैं। सबसे अधिक शिमला जिले में 145 करोड़ का नुकसान आंका गया है। जबकि कुल्लू में अभी तक 50 करोड़ का नुकसान हो चुका है। मंडी में 30 करोड़ के करीब नुकसान आंका गया है।