हिमाचल में बारिश से कोहराम…कुल्लू-मंडी नेशनल हाइवे क्षतिग्रस्त, 5-10 KM तक ट्रैफिक जाम; कई गाड़ियां फंसी
Kullu-Mandi National Highway Damaged भारी बारिश होने से कुल्लू-मंडी नेशनल हाइवे क्षतिग्रस्त हो गया जिसके चलते वहां पर कई सारी गाड़ियां फंसी हुई हैं। हाइवे पर लगभग 5-10 किलोमीटर तक ट्रैफिक जाम लगा हुआ है। भारी बारिश के कारण कुल्लू और मंडी को जोड़ने वाली सड़क टूट गई। पंडोह के रास्ते एक वैकल्पिक मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। कल रात से जिले में भारी बारिश हो रही है।
Himachal Rain Today: हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। प्रदेश के कई स्थानों में लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है। भारी बारिश होने से कुल्लू-मंडी नेशनल हाइवे क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके चलते वहां पर कई सारी गाड़ियां फंसी हुई हैं। हाइवे पर लगभग 5-10 किलोमीटर तक ट्रैफिक जाम लगा हुआ है।
यातायात बहाल करने में जुटा प्रशासन
एक यात्री ने अपनी परेशानी साझा करते हुए कहा कि हमारे पास खाने-पीने को कुछ नहीं है। यहां लोग भूख से मर रहे हैं। रास्ते को जल्दी खोलना चाहिए, जिससे गाड़ियों का आवागमन हो सके। एक अधिकारी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग जल्द से जल्द यातायात को बहाल करने की कोशिश कर रहा है।
कुल्लू और मंडी को जोड़ने वाली टूटी सड़क
भारी बारिश के कारण कुल्लू और मंडी को जोड़ने वाली सड़क टूट गई। पंडोह के रास्ते एक वैकल्पिक मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसलिए, यातायात की आवाजाही फिलहाल बंद कर दी गई है। कल रात से जिले में भारी बारिश हो रही है। हालांकि, पीडब्ल्यूडी विभाग जल्द से जल्द यातायात बहाली पर काम कर रहा है।
प्रदेश में रेड अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रेड अलर्ट जारी किया है और दो दिनों तक हिमाचल प्रदेश में भारी से बहुत बारिश की संभावना जताई है। जल-जमाव और पेड़ों के उखड़ने से निवासियों की मुसीबतें अधिक बढ़ गई हैं, जिससे लोगों का जीवन खतरे में पड़ गया है। पिछले 24 घंटों में शिमला में 190 मिमी बारिश दर्ज की गई।
करोड़ों का नुकसान झेल रहा प्रदेश
गुरुवार सुबह शहर में 60 मिमी बारिश हुई। हिमाचल में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन, बादल फटने और बाढ़ की घटनाएं हुई हैं, जिससे पहाड़ी राज्य को काफी नुकसान हुआ है। वहीं, राज्य सरकार ने राज्य को ‘प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित कर चुकी है। राज्य सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 24 जून से राज्य में मॉनसून के आने के बाद से जारी बारिश के प्रकोप से कुल 8014.61 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।