हिसार: ‘बेबी’ नाम बना मुसीबत
हिसार: ‘बेबी’ नाम बना मुसीबत, जिले के प्राइमरी स्कूल के 700 विद्यार्थियों की राशि अटकी
बच्चों के जन्म के बाद उनका आधार कार्ड में बेबी के नाम से नाम लिखा जाता था। इसके बाद जब अभिभावकों ने जब अपने बच्चों का प्राइमरी स्कूल में दाखिला करवाया तो उस समय वहीं आधार कार्ड दिया गया, जिस पर बच्चे का नाम बेबी लिखा हुआ था। उस समय शिक्षकों ने बच्चे का नाम स्कूल रिकॉर्ड में बेबी के नाम से दर्ज कर लिया।
हिसार के प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 700 विद्यार्थियों के खातों में राशि नहीं पहुंच रही है। कारण है कि इन विद्यार्थियों का परिवार पहचान पत्र और आधार कार्ड में नाम दर्ज है जबकि स्कूल के रिकॉर्ड है बच्चे का नाम बेबी ऑफ मदर दर्ज है। ऐसे में नाम का सही मिलान न होने के कारण बैंक डिटेल नहीं उठा पा रहा है। इसे ठीक करने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को पोर्टल पर नाम ठीक करने के आदेश जारी किए हैं। शिक्षकों पर एक और अतिरिक्त काम डाला गया है।
जन्म के समय आधार कार्ड में लिखा जाता था बेबी
अस्पताल में बच्चों के जन्म के बाद उसी समय आधार कार्ड में बेबी के नाम से नाम लिखा जाता था। इसके बाद जब अभिभावकों ने जब अपने बच्चों का प्राइमरी स्कूल में दाखिला करवाया तो उस समय वहीं आधार कार्ड दिया गया, जिस पर बच्चे का नाम बेबी लिखा हुआ था। उस समय शिक्षकों ने बच्चे का नाम स्कूल रिकॉर्ड में बेबी के नाम से दर्ज कर लिया।
अब उसका स्कूल रिकॉर्ड में बेबी के नाम से चल रहा है। अभिभावकों ने बाद में आधार कार्ड और परिवार पहचान पत्र में बच्चे का असली नाम लिखवा दिया लेकिन स्कूल के रिकॉर्ड में नाम को सही नहीं करवाया। जिस कारण बैंक में दर्ज स्कूल के रिकॉर्ड और पीपीपी का मिलान नहीं हो रहा। इस कारण विद्यार्थियों के नाम आने वाली राशि अटक गई है।
शिक्षकों पर डाला एक ओर बोझ
स्कूल में जिन बच्चों के नाम सही नहीं है। नाम को सही करने के लिए प्राइमरी अध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई है। शिक्षकों को बच्चों के परिवार पहचान पत्र, आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र की कॉपी स्कैन कर मिस पोर्टल से आईटी सेल को भेजनी होगी। इसके बाद एमआईएस पोर्टल से बच्चे का नाम सही होगा।