2025 की 25 उम्मीदें: बिलासपुर पहुंचेगी रेल, कांगड़ा सुहाना, एचआरटीसी बनेगी ग्रीन
2025 की 25 उम्मीदें : बिलासपुर पहुंचेगी रेल, कांगड़ा का सफर होगा सुहाना, अब ग्रीन बनेगी एचआरटीसी
हिंदी टीवी न्यूज़, शिमला। Published by: Megha Jain Updated Wed, 01 Jan 2025
नए वर्ष का पदार्पण हो चुका है। नए साल में लोगों को करोड़ों की सौगात मिलेंगी। नए साल में बिलासपुर के पहाड़पुर रेल पहुंचेगी, फोरलेन बनने से कांगड़ा का सफर सुहाना होगा और एचआरटीसी ग्रीन बनेगी। युवाओं को रोजगार के नए मौके मिलेंगे। लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, परिवहन में आधुनिक सुविधाएं मिलने की आस है।
- सामरिक महत्व की ट्रेन: भानुपल्ली-बैरी रेललाइन पर पहाड़पुर तक रेल ट्रैक बिछेगा। भविष्य में इस रेल ट्रैक को आगे लेह तक ले जाने की भी योजना है।
- कांगड़ा में फोरलेन: मटौर से भंगवार तक का फोरलेन का लगभग 90 फीसदी कार्य पूरा हो गया है। भंगवार से हमीरपुर तक दिसंबर 2025 तक कार्य पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है
- मिल्क प्लांट: विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला के ढंगवार में मिल्क प्लांट का कार्य शुरू हो चुका है और दिसंबर 2025 तक इसका निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
- हाइड्रो कॉलेज में एमटेक: हिमाचल प्रदेश के बंदला हाइड्रो कॉलेज में एमटेक की कक्षाएं बैठेंगी। इससे प्रदेश के युवाओं को लाभ होगा।
- कांगड़ा एयरपोर्ट का विस्तार: मुआवजा आवंटन की प्रक्रिया चल रही है। नववर्ष पर विस्तारीकरण का कार्य शुरू हो सकता है। इस प्रोजेक्ट पर 3500 करोड़ की लागत आएगी।
- एम्स बिलासपुर में पैट स्कैन: एम्स बिलासपुर में शुरू होगा प्रदेश का पहला पैट स्कैन। इससे कैंसर मरीजों को राहत मिलेगी। उन्हें पीजीआई नहीं जाना पड़ेगा।
- बनखंडी में जू : विधानसभा क्षेत्र देहरा के अंतर्गत बनखंडी में प्रस्तावित चिड़ियाघर का निर्माण कार्य भी नववर्ष पर शुरू होने की उम्मीद है। चहारदीवारी और चेकडैम का कार्य चल रहा।
- नई सड़कों की टारिंग: 2025-26 में 625 किलोमीटर नई सड़कों की टारिंग होगी। राज्य में 200 किमी सड़कों का स्तरोन्नयन किया जाएगा।
- धर्मशाला में सीयू कैंपसः केंद्रीय विश्वविद्यालय के धर्मशाला कैंपस के लिए 30 करोड़ रुपये का भुगतान प्रदेश सरकार नववर्ष पर कर सकती है।
- सीटी स्कैन और एमआईआई मशीनें: आईजीएमसी शिमला और टांडा मेडिकल कॉलेज में नई सीटी स्कैन और एमआरआई मशीनें लगेंगी।
- हमीपुर को सौगात: सीएम के गृह जिला मे वर्ष 2025 में 420 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के नए भवन की हमीरपुर की सौगात मिलने की उम्मीद है।
- डॉक्टरों के पद भरेंगे : साल के शुरू में ही डॉक्टरों के 200 पद भरेंगे। इसके अलावा अस्पतालों में कई अन्य रिक्तियों को भी भरा जाएगा।
- पीजीआई सेटेलाइट सेंटर : ऊना जिला मुख्यालय के समीप मलाहत में निर्माणाधीन पीजीआई सेटेलाइट सेंटर का कार्य तेज गति से चल रहा है।
- कांस्टेबलों के 1000 पद: पुलिस कांस्टेबलों के 1000 से ज्यादा पद भरेंगे। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। इससे पुलिस विभाग में रिक्तियों को भरा जा सकेगा
- भुभू टनल बनने की आस: जिला कुल्लू में जलोड़ी दर्रा और भुभू टनल को मंजूरी मिलने के बाद नए साल में इनका काम शुरू होने की उम्मीद है।
- गेस्ट शिक्षकों की होगी भर्तीः स्कूलों-कॉलेजों में गेस्ट शिक्षकों की भर्ती। शिक्षण संस्थानों में निरंतर पढ़ाई का माहौल बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया है।
- मंडी को मंत्री पद : मंडी संसदीय क्षेत्र को नए साल में मिल सकता है मंत्री। बोर्डों-निगमों में भी करीब एक दर्जन अध्यक्षों-उपाध्यक्षों की नियुक्ति की जानी है।
- पर्यटन को पंख : पर्यटन क्षेत्र को पंख लगाने वाली महत्वाकांक्षी ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट परियोजना मंडी के बल्ह में बनाई जा रही है।
- 337 नई ई-बसें: नए साल में 327 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी। 250 डीजल बसें भी खरीदेंगे। 100 टेंपो ट्रैवलर, 24 नई वोल्वो खरीदने के अलावा 41 नए चार्जिंग स्टेशन लगेंगे।
- फोरलेन पर फर्राटा: पठानकोट-मंडी फोरलेन का कार्य भी युद्धस्तर पर चला हुआ है। साल 2025 में कार्य पूरा होने पर फोरलेन पर वाहन फर्राटा भरेंगे।
- बैहना में एनडीआरएफ : भूकंप, बाढ़, भूस्खलन जैसी आपदाओं से निपटने के लिए बैहना में एनडीआरएफ कार्यालय खुलने की कवायद सिरे चढ़ेगी।
- कोठीपत्तन पुल से आवाजाही: ब्यास पर 22.82 करोड़ की लागत से बने कोठीपत्तन पुल पर जनवरी से वाहनों की आवाजाही शुरू होने की उम्मीद।
- कंडाघाट में बाईपास: कालका-शिमला नेशनल हाईवे-पांच अब कंडाघाट में भी बाईपास हो जाएगा। अक्तूबर में टनल से वाहन गुजरना शुरू हो जाएंगे।
- शोंगटोंग जलविद्युत परियोजना: 450 मेगावॉट क्षमता की शोंगटोंग जलविद्युत परियोजना को जुलाई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। शोंगटोंग जल विद्युत ऊर्जा परियोजना के पूरा होने से वार्षिक 1579 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होगा। यानी इससे राज्य में 1300 करोड़ रुपये का विद्युत उत्पादन होगा। परियोजना के समयबद्ध कार्यान्वित होने से 250 करोड़ रुपये की बचत होगी।