हिमाचल: रोहड़ू और जुब्बल में 2 साल में 200 युवा नशे के कारण सलाखों के पीछे
Himachal: युवाओं की रगों में घुलता रहा सफेद जहर, रोहड़ू व जुब्बल में 2 साल में 200 के करीब युवक सलाखों के पीछे
हिंदी टीवी न्यूज़, रोहड़ू। Published by: Megha Jain Updated Thu, 06 Feb 2025
हिमाचल प्रदेश के ऊपरी शिमला के केवल रोहड़ू और जुब्बल दो उपमंडल में चिट्टे के दलदल में फंसे करीब दो सौ युवक जेल की हवा खा चुके हैं। बीते चार साल में इस क्षेत्र के पांच युवाओं की ओवरडोज से जान तक जा चुकी है। चिट्टे से मौत का आंकड़ा इससे कहीं अधिक है, लेकिन परिजन बदनामी के डर से शिकायत दर्ज नहीं करवाते हैं।
प्रदेश में नशा आज बड़ी समस्या बन गया है। हालात यह हैं कि ऊपरी शिमला के केवल रोहड़ू और जुब्बल दो उपमंडल में चिट्टे के दलदल में फंसे करीब दो सौ युवक जेल की हवा खा चुके हैं। पांच युवकों की नशे के ओवरडोज से मौत हो चुकी है। हाल यह है कि दुर्गम क्षेत्र डोडरा क्वार तक चिट्टा पांव पसार चुका है।
वहीं, जिला परिषद उपाध्यक्ष सुरेंद्र रेटका, कृषक सलाहकार समिति के अध्यक्ष सोहन लाल चौहान व अन्य लोगों का कहना है कि पंचायत स्तर से चिट्टे को रोकने की समय पर पहल नहीं हुई और युवाओं की रगों में सफेद जहर घुलता रहा, तो उड़ता पंजाब की तर्ज पर हिमाचल को उड़ता हिमाचल बनने में अधिक समय नहीं बचा है। नशे को जड़ से खत्म करने के लिए पंचायत स्तर पर सरकार को पहल करनी होगी, ताकि युवाओं को चिट्टे की लत से बचाया जा सके। साल 2023 से 31 जनवरी, 2024 तक रोहड़ू, जुब्बल और चिड़गांव पुलिस थाने में चिट्टे के 90 मामले दर्ज किए गए। बीते दो साल में चिट्टे के मामले में करीब 123 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। इन लोगों से करीब सात सौ ग्राम चिट्टा पुलिस ने बरामद किया था।
पुलिस लगातार नशे को रोकने के प्रयास कर रही है। पुलिस के साथ नशे की रोकथाम के लिए आम लोगों की सहभागिता जरूरी है। नशे से दूर रहने के लिए युवाओं को खेलों में व्यस्त रखें। जांच में सामने आया कि अधिकांश बेरोजगार युवाओं का नशे की ओर अधिक रूझान हो रहा है। अभिभावक बच्चों को पढ़ाई के साथ खेलों और बाग-बगीचों में व्यस्त रखें। आसपास यदि कोई नशे का कारोबार कर रहा, तो पुलिस को तुरंत इसकी सूचना दें- प्रणव चौहान, डीएसपी रोहड़ू