Himachal News: सिरमौर में अदरक की खेती करने वाले किसानों के लिए ये है बेहतर साल, दो दशकों बाद मिला अच्छा दाम
हिमाचल में अदरक की खेती करने वाली किसानों के लिए ये साल काफी अच्छा साबित हो रहा है। अधिक अदरक का उत्पादन करने वाले राज्य के जिला सिरमौर में करीब दो दशकों के बाद किसानों को अदरक की फसल का इस वर्ष अच्छा दाम मिल रहा है। इन दिनों जिला सिरमौर के पच्छाद संगडाह शिलाई नारग मानगढ़ राजगढ़ और नोहराधार इलाकों में किसानों को अदरक के अच्छे दाम मिले हैं।
Himachal Ginger News करीब दो दशकों के बाद जिला सिरमौर (Sirmaur) के किसानों को अदरक की फसल का इस वर्ष (Best Price of Ginger To Farmers) अच्छा दाम मिल रहा है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक अदरक का उत्पादक जिला सिरमौर में होता है। वैसे तो अदरक की खुदाई पितृ पक्ष श्राद्ध में होता है।
मगर इस बार एक माह पहले ही जिला सिरमौर के किसानों ने अदरक (Ginger) की खुदाई शुरू कर दी है। इन दिनों जिला सिरमौर के पच्छाद, संगडाह, शिलाई, नारग, मानगढ़, राजगढ़ और नोहराधार क्षेत्र में अदरक के किसानों को अदरक के अच्छे दाम मिल रहे हैं।
इन दिनों आढ़ती किसानों के घर आकर 100 से 120 प्रति किलो के हिसाब से अदरक की खरीद कर रहे हैं। पच्छाद उपमंडल के सराहां और टिक्कर में इन दिनों 4000 रुपए प्रतिमण (40 किलोग्राम) के हिसाब से लगातार अदरक की खरीद आढ़ती कर रहे हैं। आढ़ती इस अदरक को यहां से चंडीगढ़, दिल्ली, गाजियाबाद, देहरादून, ओखला, तिलक नगर और अमृतसर सब्जी मंडियों में ले जा रहे हैं। जहां पर अदरक 135 से 180 रुपए किलो तक बिक रहा है।
अदरक में बीमारी के चलते हुआ उत्पादन कम
बता दें कि आमतौर पर किसानों को अदरक के दाम 20 से 50 रुपए प्रति किलो तक मिलते रहे हैं। गत वर्ष जिला सिरमौर के किसानों को अदरक के दाम 20 से 40 रुपए प्रति किलो तक मिले थे। कुछ समय वर्षों तक जिला सिरमौर से भारी मात्रा में अदरक पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इराक, ईरान व तजाकिस्तान तक भेजा जाता था। मगर एक दशक से अदरक में बीमारी के चलते किसानों ने इसका उत्पादन कम कर दिया था। मगर अब पिछले दो-तीन वर्षों से किसानों ने दोबारा से अदरक लगना शुरू कर दिया है।