ऋषिकेश रेलवे स्टेशन हुआ हाईटेक, अब 24 कोच की गाड़ियों का संचालन
Rishikesh: ऋषिकेश रेलवे स्टेशन हुआ हाईटेक, अब 24 कोच की गाड़ियों का संचालन
Rishikesh ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य पूर्ण कर दिया गया है। अब योग नगरी ऋषिकेश स्टेशन की तरह पुराने ऋषिकेश स्टेशन से भी 24 कोच की रेल गाड़ियां संचालित हो पाएंगी। स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के अंतर्गत फायर अलार्म सिस्टम भी लगाया है जिससे आगजनी की घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। अब स्टेशन हाईटेक हो रहा है।
ऋषिकेश। मुरादाबाद रेल मंडल के ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य पूर्ण कर दिया गया है। इससे रेलगाड़ियों की गति एवं सुरक्षा में वृद्धि के साथ अब योग नगरी ऋषिकेश स्टेशन की तरह पुराने ऋषिकेश स्टेशन से भी 24 कोच की रेल गाड़ियां संचालित हो पाएंगी।
रेल मंडल मुरादाबाद की गति शक्ति यूनिट की ओर से पुराने ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य दिसंबर के पहले हफ्ते में शुरू किया गया था, जो मंगलवार को पूर्ण हो गया।
रेल गाड़ियों का संचालन होगा शुरू
मुख्य परियोजना प्रबंधक (गति शक्ति) यशवंत सिंह के निर्देशन में तथा अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) राकेश सिंह की उपस्थिति में ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का विधिवत उद्घाटन कर रेलगाड़ियों का संचालन शुरू किया गया।
24 कोच की यात्री गाड़ी का हो सकेगा संचालन
मुख्य परियोजना प्रबंधक (गति शक्ति) यशवंत सिंह ने बताया कि मंडल के ऋषिकेश रेलवे स्टेशन में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के पूर्ण होने का लाभ रेल यात्रियों एवं कर्मचारियों को मिलेगा। इस इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग से गाड़ियों की गति में एवं सुरक्षा में वृद्धि होगी। स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर 24 कोच की यात्री गाड़ी का संचालन किया जा सकेगा। इस स्टेशन में 16 प्वाइंट की मशीन को इलेक्ट्रॉनिक किया गया है, जिससे सुरक्षा बढ़ेगी।
आगजनी की घटनाओं पर पाया जा सकेगा नियंत्रण
स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के अंतर्गत फायर अलार्म सिस्टम भी लगाया है, जिससे आगजनी की घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन पर डाटा लागर इफ्ट्रानिक्स लगने से स्टेशन से संचालित होने वाली गाड़ियों का रिकॉर्ड भी सुरक्षित रहेगा। इससे भविष्य में ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर गाड़ियों को भी बढ़ाया जा सकता है। साथ ही स्टेशन में शंट एवं सिग्नल को इलेक्ट्रॉनिक एवं संख्या में वृद्धि करके सुरक्षा में वृद्धि की गई है।