उत्तराखंड में 23 दिसंबर से बदलेगा मौसम, बारिश और बर्फबारी से बढ़ेगा ठंड का प्रकोप
Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में 23 दिसंबर से बदलेगा मौसम, बारिश और बर्फबारी से बढ़ेगा ठंड का प्रकोप
Uttarakhand Weather उत्तराखंड में मौसम बेहाल करने वाला है। तीन दिन बाद एक बार फिर से पहाड़ों पर मौसम करवट बदलने वाला है। अब बर्फबारी के साथ साथ बारिश का भी प्रकोप लोगों को देखने को मिलेगा। तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। लगातार बढ़ती ठंड से अब नदी और नाले जमने लगे हैं। वहीं बर्फबारी से उत्तराखंड की खूबसूरत वादियां और खूबसूरत हो गई हैं।
HIGHLIGHTS
- उत्तराखंड में बदलने वाला है मौसम
- तीन दिन बाद उत्तराखंड में होगी बारिश और बर्फबारी
- कड़ाके की ठंड से माइनस में जाएगा तापमान
देहरादून। उत्तराखंड में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन पहाड़ से लेकर मैदान तक सुबह-शाम कड़ाके की ठंड सता रही है। लगातार बढ़ रही सर्दी के कारण जनजीवन प्रभावित है। हालांकि, दिन में चटख धूप खिल रही है, जिससे अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास है। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस तक नीचे चल रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले दो दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। पहाड़ों में पाला और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा परेशानी बढ़ा सकता है। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण आगामी 23 दिसंबर से मौसम का मिजाज बदल सकता है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में चोटियों पर हिमपात और निचले इलाकों में बूंदाबांदी के आसार है। इससे तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी।
कड़ाके की ठंड बढ़ा रही लोगों की परेशानी
लगातार बढ़ रही सर्दी के कारण जनजीवन प्रभावित है। हालांकि, दिन में चटख धूप खिल रही है, जिससे अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास है। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस तक नीचे चल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले दो दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। पहाड़ों में पाला और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा परेशानी बढ़ा सकता है।
पिथौरागढ़ के पंचाचूली के बुग्यालों में लगी आग
पिथौरागढ़ में विश्व प्रसिद्ध पंचाचूली पर्वत श्रृंखला के बुग्यालों(पहाड़ में घास के मैदान) में बुधवार को आग लग गई। धुएं से पंचाचूली पर्वत श्रृंखला नहीं दिखाई दे रही है। संवेदनशील बुग्यालों में बार-बार आग लगने की घटनाओं से स्थानीय लोगों में वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। दो दिन पूर्व सीमांत में पंचाचूली के बुग्यालों में आग लगी थी।