हिमाचल के देवरथ और रणसिंघा की देश विदेश में धूम
Mandi News: हिमाचल के देवरथ और रणसिंघा की देश-विदेश में धूम, दिल्ली में आयोजित हिम महोत्सव में बने लोगों के आकर्षण का केंद्र
Mandi News हिम महोत्सव में हिमाचल के देवरथ व रणसिंघा देश विदेश के लोगों की पसंद बने हुए हैं। दोनों उत्पाद हाथों हाथ बिक रहे हैं। देवता के मोहरे व अष्टधातु के उत्पाद भी लोगों में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लघु कुटीर एवं मध्यम उपक्रम मंत्रालय हिमाचल प्रदेश सरकार के सहयोग से हिम महोत्सव का आयोजन कर रहा है।
मंडी। दिल्ली में आयोजित हिम महोत्सव में हिमाचल के देवरथ व रणसिंघा देश विदेश के लोगों की पसंद बने हुए हैं। दोनों उत्पाद हाथों हाथ बिक रहे हैं। देवता के मोहरे व अष्टधातु के उत्पाद भी लोगों में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम मंत्रालय हिमाचल प्रदेश सरकार के सहयोग से हिम महोत्सव का आयोजन कर रहा है।
हिम महोत्सव में हस्तशिल्प से संबंधित करीब 70 स्टाल लगे
दिल्ली हाट में महोत्सव का उदघाटन 16 दिसंबर को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया था। हिम महोत्सव में हस्तशिल्प से संबंधित करीब 70 स्टाल लगे हुए हैं। शाल टोपी व अन्य हिमाचली उत्पादों के अलावा यहां मंडी जिले के थाची के रहने वाले दो भाइयों वीर सिंह व टेक सिंह ने अपने हाथों से बनाए देवरथ,रणसिंघा,करनाल व देवता के मोहरे आदि का स्टॉल लगा रखा है।
हस्तशिल्प उत्पाद देश व विदेश में चर्चा का विषय
पूर्व भाजपा सरकार के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब भी हिमाचल के दौरे पर आए थे। उन्हें देवरथ व रणसिंघा भेंट किया था। इससे यह दोनों हस्तशिल्प उत्पाद देश व विदेश में चर्चा का विषय बने थे। पीएम मोदी अपने विदेश दौर पर कई राष्ट्राध्यक्षों को देवरथ भेंट कर चुके हैं।
देवरथ 14500,करनाल की जोड़ी 20,000 से 30,000,रणसिंघा 10,000 से 20,000 व देवता के मोहरे की एक फ्रेम 3000 स 5000 रुपये तक बिक रही हैं। वीर सिंह व टेक सिंह अपने पिता घिंबर राम के साथ मिलकर देवरथ व अन्य उत्पाद बनाते हैं। तिब्बतियन धर्मगुरू दलाईलामा के डाक्टर की बेटी ने देवरथ सहित कई अन्य उत्पाद खरीदे। वह अमेरिका की रहने वाली है। बकौल वीर सिंह देवरथ व अन्य उत्पाद खरीदने में देश व विदेश के लोग खूब रुचि दिखा रहे हैं।