किसानों की बल्ले-बल्ले, बाढ़-बारिश के खराब हुई फसलों का मिला मुआवजा
किसानों की बल्ले-बल्ले, बाढ़-बारिश के खराब हुई फसलों का मिला मुआवजा; खाते में डाले गए 31 करोड़ रुपये
किसानों के लिए खुशखबरी है। सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों के खाते में 31 करोड़ रुपये डाले हैं। पिछले साल भारी बारिश-ओलावृष्टि और जलभराव से खराब हुई गेहूं सरसों और जौ सहित अन्य फसलों के बीमा क्लेम के रूप में 31 करोड़ रुपये किसानों के खाते में डाल दिए गए हैं। भिवानी सिरसा सहित सात जिलों के 29 हजार 438 किसानों को क्लेम राशि मिली है।
HIGHLIGHTS
- किसानों के खातों में डाले 31 करोड़
- पिछले साल खराब हुई रबी फसलों का मिला क्लेम
- सिरसा के किसानों को सर्वाधिक 16 करोड़ और रेवाड़ी में 10 करोड़ रुपये मिले
चंडीगढ़। Haryana News: हरियाणा के किसानों के लिए खुशखबरी है। सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों के खाते में 31 करोड़ रुपये डाले हैं। पिछले साल मानसून के दौरान बारिश और बाढ़ से खराब हुई रबी की फसलों के लिए यह क्लेम मिला है।
किसानों के खाते में डाले गए 31 करोड़ रुपये
पिछले साल भारी बारिश-ओलावृष्टि और जलभराव से खराब हुई गेहूं, सरसों और जौ सहित अन्य फसलों के बीमा क्लेम के रूप में 31 करोड़ रुपये किसानों के खाते में डाल दिए गए हैं। भिवानी, सिरसा सहित सात जिलों के 29 हजार 438 किसानों को क्लेम राशि दी गई है।
किस जिले में किसानों को कितने करोड़ मिला क्लेम
कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने बताया कि रबी सीजन 2022-23 के तहत सिरसा में 16 करोड़ 42 लाख रुपये, रेवाड़ी में 10 करोड़ 31 लाख 65 हजार रुपये, भिवानी में एक करोड़ 89 लाख रुपये, कैथल में एक करोड़ 44 लाख रुपये, कुरुक्षेत्र में एक करोड़ 36 लाख रुपये, फरीदाबाद में 35 हजार 900 रुपये और पंचकूला में 18 हजार रुपये का क्लेम जारी किया गया है।
11 हजार करोड़ रुपये मुआवजे के रूप
कृषि मंत्री ने बताया कि वर्ष 2014 से लेकर अब तक लगभग 11 हजार करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में सीधे किसानों के खातों में पहुंचाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पहले किसान अपनी फसल मंडी के अंदर ले कर जाता था तो छह-सात महीनों तक उन्हें पैसा ही नहीं मिलता था।
72 घंटे के अंदर किसानों के खाते में पहुंचा पैसा
मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है, जिससे किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई पेरशानी नहीं होती। हमारी सरकार ने 72 घंटे के अंदर किसानों के खातों में पैसा पहुंचाने का काम किया है। वर्ष 2014 से पहले प्रदेश में 33 हजार 507 हेक्टेयर भूमि सूक्ष्म सिंचाई के तहत आती थी, लेकिन आज चार लाख 26 हजार 636 हेक्टेयर भूमि की सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से सिंचाई होती है।
चार जिलों में तीन लाख 70 हजार 277 किसानों ने मांगा था क्लेम
रबी फसल 2022-23 के दौरान सरसों व गेंहू की खराब हुई फसल के लिए हिसार, सिरसा, भिवानी और फतेहाबाद में कुल तीन लाख 70 हजार 277 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 35 हजार 365 किसानों को 65.18 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम पहले ही जारी किया जा चुका है, जबकि विभिन्न कारणों से कुछ क्लेम अटका हुआ था।
किस फसल के लिए कितना मिला क्लेम?
सरकार के हस्तक्षेप के बाद बीमा कंपनियों ने प्रभावित किसानों को क्लेम राशि जारी कर दी है। हिसार में किसानों ने सरसों की फसल के लिए 6.38 करोड़ और गेहूं के लिए 3.59 करोड़ रुपये तथा सिरसा में सरसों के लिए 5.50 करोड़ और गेहूं के लिए 91.23 करोड़ रुपये का क्लेम किया था। इसी तरह फतेहाबाद में किसानों ने सरसों के लिए 4.87 करोड़ रुपये और गेहूं के लिए 2.04 करोड़ रुपये तथा भिवानी में सरसों के लिए 51.30 करोड़ रुपये और गेहूं की फसल के लिए 23.04 करोड़ रुपये का क्लेम किया था।