Makar Sankranti 2024: 15 जनवरी को व्यतिपात योग में मनेगी संक्रांति
Makar Sankranti 2024: 15 जनवरी को व्यतिपात योग में मनेगी संक्रांति, 16 से होगी शादी-विवाह के सीजन की शुरुआत
मकर संक्रांति पर्व 14 जनवरी को मनाया जाता है। इस साल लीप वर्ष के संयोग में सूर्य 15 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश कर रहा है, इसलिए मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। वहीं, 16 जनवरी से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे।
ग्रहों के राजा सूर्य 15 जनवरी को धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। अब 2080 तक मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही मनाई जाएगी। इसके बाद फिर ज्योतिष गणना के अनुसार मकर संक्रांति एक दिन और बढ़ जाएगी। यानी सूर्य का राशि परिवर्तन हर वर्ष 16 जनवरी को होगा। इस बार सूर्य की राशि का परिवर्तन सुबह 9.13 बजे हो रहा है। खरमास समाप्त होगा और मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। तिथि व राशियों के गणित के हिसाब से अधिकतम त्योहारों का मान दो दिन होने से लोगों में काफी असमंजस की स्थिति रहने लगी है, लेकिन इस बार ज्योतिषाचार्यों में असमंजस नहीं है। 16 जनवरी से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे।
ज्योतिषाचार्य प्रवीण शास्त्री के अनुसार, मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी को 7 :15 बजे से शाम 5:46 बजे तक है। इस दौरान पूजन-दान और सूर्योपासना विशेष फलदायी होगी। इस बार 14 को सूर्य धनु राशि में ही हैं। यह अगले दिन सुबह 8:30 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे, इसी के बाद पुण्य काल शुरू होगा साथ ही इस दिन खरमास खत्म होगा। इस बार व्यतिपात योग शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि शतभिषा नक्षत्र में सोमवार को मकर संक्रांति मनाई जाएगी। शास्त्रों के अनुसार उत्तरायण की अवधि को देवताओं का दिन और दक्षिणायन को देवताओं की रात कहा जाता है। मकर संक्रांति के दिन साधारण नदी भी गंगा के समान हो जाती है। इस दिन जाने-अनजाने में हुए पाप का क्षय हो जाता है।
पहले 12 व 13 जनवरी को मनाई जाती थी संक्रांति
काठ मंडी स्थित शिव-हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित शियाराम कहते हैं कि वेंकटेश्वर व शताब्दी पंचांग के मुताबिक, 14 जनवरी को मकर संक्रांति पहली बार 1902 में मनाई गई थी। 18वीं शताब्दी में 12 और 13 जनवरी को मनाई जाती थी। 1664 में संक्रांति पहली बार 15 जनवरी को मनाई गई थी। इसके बाद हर तीसरे साल अधिकमास होने से दूसरे व तीसरे साल 14 को, चौथे साल 15 जनवरी को संक्रांति होने लगी। हालांकि तारीख तय होने के बावजूद दो दिन पर्व पड़ने से लोगों में बीते वर्षों में काफी असमंजस रहा है। अबकी बार स्थिति साफ है। मकर संक्रांति 15 को मनाई जाएगी।