Budget 2024: ‘न खाता न बही, जो तुम बोलो वही सही…’ PM मोदी की मौजूदगी में जब खरगे ने पढ़ी बाजपेयी की कविता
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर शुक्रवार को सदन में चर्चा हुई। इस दौरान राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने हिमांशु बाजपेयी की एक कविता का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि न खाता न बही है जो तुम बोलो वही सही है न्यूज ये छप रही है सब कुछ बिल्कुल सही है सच पर एफआईआर क्यों?
HIGHLIGHTS
- राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव
- मोदी सरकार पर बरसे मल्लिकार्जुन खरगे
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर शुक्रवार को सदन में चर्चा हुई। इस दौरान राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पंडित जी ने शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने अपनी योजनाओं में प्राइमरी स्कूल, हाई स्कूल, कॉलेज, आईआईटी जैसे संस्थान खोले। इन संस्थानों का लाभ सबको मिलना चाहिए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर शुक्रवार को सदन में चर्चा हुई। इस दौरान राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पंडित जी ने शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने अपनी योजनाओं में प्राइमरी स्कूल, हाई स्कूल, कॉलेज, आईआईटी जैसे संस्थान खोले। इन संस्थानों का लाभ सबको मिलना चाहिए।क्या कुछ बोले मल्लिकार्जुन खरगे?
मल्लिकार्जुन खरगे जब अपना वक्तव्य दे रहे थे उस समय सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित रहे। इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने आरक्षण की बात करते हुए कहा कि ओबीसी के बच्चों के लिए जो 27 फीसद आरक्षण है, वह उन्हें नहीं मिल पा रहा है। इसी तरह एससी-एसटी के बच्चों के आरक्षण को घटाने की भी कोशिश की जा रही है। साथ ही कोई भी सरकार इस पर जांच नहीं करती है।मल्लिकार्जुन खरगे ने हिमांशु बाजपेयी की एक कविता का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि न खाता न बही है, जो तुम बोलो, वही सही है, न्यूज ये छप रही है, सब कुछ बिल्कुल सही है, सच पर एफआईआर क्यों? रासुका की मार क्यों? झूठ की जय-जयकार क्यों? निष्ठुर है सरकार क्यों? मगर मेरे शहर/देश के लोग यह सवाल पूछ रहे हैं…