Karnataka : मुश्किल में फंसे सिद्धारमैया, कर्नाटक के CM समेत कई मंत्रियों पर कोर्ट ने ठोका जुर्माना; पढ़ें क्या है मामला
ठेकेदार संतोष पाटिल की मौत के मामले में कथित तौर पर केएस ईश्वरप्पा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वर्तमान सीएम सहित कांग्रेस नेताओं ने अप्रैल 2022 को एक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। इस पर कार्रवाई करते हुए कर्नाटक हाई कोर्ट ने सभी पर 10 हजार रुपये का जुर्माना और अलग-अलग तारीख पर पेश होने का आदेश दिया है। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने सीएम सिद्धारमैया, राज्य कैबिनेट मंत्री एमबी पाटिल, रामलिंगा रेड्डी और कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया। साथ ही, जन प्रतिनिधियों की अदालत में शारीरिक रूप से पेश होने का आदेश भी दिया है।
सभी को पेश होने का निर्देश
सीएम सिद्धारमैया को 6 मार्च, परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी को 7 मार्च, कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी आरएस सुरजेवाला को 11 मार्च और भारी उद्योग मंत्री एमबी पाटिल को 15 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया है।
विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पर कार्रवाई
ठेकेदार संतोष पाटिल की मौत के मामले में कथित तौर पर केएस ईश्वरप्पा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वर्तमान सीएम सहित कांग्रेस नेताओं ने अप्रैल 2022 को एक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
लेटर में बताया था जिम्मेदार
दरअसल, अप्रैल 2022 में कर्नाटक के एक ठेकेदार संतोष पाटिल ने आत्महत्या कर ली थी। जांच के दौरान एक लेटर बरामद हुआ था, जिसमें संतोष ने अपनी मौत के लिए कर्नाटक सरकार के तत्कालीन ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा को जिम्मेदार ठहराया है। अपने कथित सुसाइड नोट में पाटिल ने मौत के बाद PM मोदी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और सीनियर भाजपा नेता बीएस येदुरप्पा से पत्नी और बच्चों की मदद करने की अपील की थी।
पाटिल ने सुसाइड में लिखा- मेरी मौत के लिए पूरी तरह से मंत्री केएस ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं। हालांकि, केएस ईश्वरप्पा ने इन आरोपों का खंडन कर दिया था।
आत्महत्या नहीं, हत्या है’
उस दौरान कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने भी मौत के लिए कर्नाटक भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा है कि ये सुसाइड नहीं हत्या है। अगर भाजपा को थोड़ी भी शर्म है, तो उन्हें मंत्री को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए।