Kedarnath Yatra 2024: फिटनेस जरूरी, पैदल मार्ग पर धीरे चलें..
Kedarnath Yatra 2024: फिटनेस जरूरी, पैदल मार्ग पर धीरे चलें….यात्रा पर आ रहे तो ध्यान रखें ये टिप्स
केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं में 65% से अधिक यात्री पैदल आवाजाही करते हैं। कई यात्री 16 किमी पैदल मार्ग पर तेज-तेज कदमों के चलने के साथ ही कम कपड़े भी पहनते हैं, जिससे शरीर जल्द थकता है। रामबाड़ा से आगे बढ़ते ही ऑक्सीजन कम होने लगती है, जिसके बाद अधिकांश यात्रियों को सिरदर्द होता है।
केदारनाथ की यात्रा में उम्र चाहे जो हो शारीरिक फिटनेस जरूरी है। 16 किमी पैदल मार्ग पर खड़ी चढ़ाई और पल-पल बदलते मौसम में तापमान में होते उतार-चढ़ाव स्वास्थ्य पर भारी पड़ता है, जिसमें हल्की चूक जीवन पर भारी पड़ जाती है। यात्रा में इस वर्ष 23 दिन में 34 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जिसमें अधिकांश की मौत का कारण बेचैनी, सांस लेने में दिक्कत व हार्ट अटैक रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, केदारनाथ यात्रा में उम्र मायने नहीं रखते, बल्कि शारीरिक फिटनेस बहुत जरूरी है। केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं में 65% से अधिक यात्री पैदल आवाजाही करते हैं। कई यात्री 16 किमी पैदल मार्ग पर तेज-तेज कदमों के चलने के साथ ही कम कपड़े भी पहनते हैं, जिससे शरीर जल्द थकता है। रामबाड़ा से आगे बढ़ते ही ऑक्सीजन कम होने लगती है, जिसके बाद अधिकांश यात्रियों को सिरदर्द होता है।
पैदल दूरी तय करते समय नींबू पानी, ओआरएस का नियमित उपयोग करने के साथ ही धीरे-धीरे कदमों के साथ निरंतर बढ़ना चाहिए। साथ ही शरीर के तापमान को वहां के मौसम के हिसाब से बनाए रखने के लिए जून में भी हल्के गर्म कपड़े जरूरी हैं। वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ. संजय तिवारी बताते हैं कि सोनप्रयाग और गौरीकुंड की तुलना में केदारनाथ के मौसम अलग है।