हिमाचल में बजा मोदी का डंका, जनता ने गारंटियां पूरा करने को दिया समय; यहां ये मुद्दे रहे काफी महत्वपूर्ण
हिमाचल में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने फिर से हिमाचल में मोदी फेक्टर पर मुहर लगा दी है। वहीं विधानसभा उपचुनाव में प्रदेश सरकार को गारंटियां पूरा करने के लिए जनता ने और समय दिया है। लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में प्रदेश की जनता ने बहुत नाप तोलकर अपना जनादेश दिया है। भाजपा को लोकसभा चुनावों में 4-0 से बढ़त मिली हैं। शिमला। हिमाचल में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने फिर से हिमाचल में मोदी फेक्टर पर मुहर लगा दी है। वहीं विधानसभा उपचुनाव में प्रदेश सरकार को गारंटियां पूरा करने के लिए जनता ने और समय दिया है। लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में प्रदेश की जनता ने बहुत नाप तोलकर अपना जनादेश दिया है।केंद्र में मोदी सरकार के 10 सालों में हुए काम को देखते हुए जहां भाजपा को लोकसभा चुनावों में 4-0 से बढ़त मिली हैं, तो वहीं प्रदेश सरकार के डेढ़ साल में हुए कार्य विधानसभा उपचुनाव में भारी पड़े हैं।
हिमाचल सरकार की सबसे बड़ी गारंटी ओपीएस की बहाली विधानसभा उपचुनावों में भारी पड़ी हैं, जबकि बाकी गारंटियां पूरा करने के लिए प्रदेश की जनता ने हिमाचल सरकार को और अधिक समय दिया है।
योजनाओं के कारण प्रदेश में फिर से मोदी मैजिक चला
कांग्रेस के 4 प्रत्याशियों के जीतने से विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़ जाएगी। इससे प्रदेश की सुक्खू सरकार और मजबूत स्थिति में आ जाएगी। ऐसे में अब सरकार के पास आने वाले 3 सालों में बाकी गारंटियों को पूरा करने का समय हैं। वहीं दूसरी ओर से केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं से प्रदेश में कई लोगों लाभान्वित हो रहे हैं। इन योजनाओं के कारण प्रदेश में फिर से मोदी मैजिक चला है।
प्रदेश के कई लोगों का मानना है कि चाहे मुफ्त अनाज योजना हो, आयुष्मान योजना, किसान सम्मान निधि हो या फिर प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री उज्ज्वला योजना हो। इन योजनाओं के कारण प्रदेश की जनता को कहीं न कहीं लाभ पहुंचा है। इसके कारण हिमाचल में फिर से भाजपा को भारी समर्थन दिया है।
जुबान पर नहीं दिखी थी लहर
लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद यह तो तय हो गया है कि प्रदेश में इस बार भी माेदी लहर ने काम किया है। पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार मोदी लहर लोगों की जुबान पर नहीं थी, बल्कि यह लहर कहीं अंदर थी, जो वोट डालते समय ही दिखी। गुप्त तरीके से काम कर रही थी।