वायनाड में बारिश और भूस्खलन में 40 से ज्यादा लोगों की मौत, बचाव कार्य के लिए सेना तैनात
वायनाड में बारिश और भूस्खलन में 40 से ज्यादा लोगों की मौत
केरल के वायनाड में ऊंचाई पर स्थित गांवों में मंगलवार को बड़े पैमाने पर हुई भूस्खलन की घटनाओं के बाद तबाह हुए मकान, उफनती नदियां और उखड़े हुए पेड़ों के दृश्य दिखाई दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, गृह मंत्री अमित शाह ने भूस्खलन में फंसे लोगों को लोकर चिंता जाहिर की है।
केंद्र सरकार केरल के लोगों के साथ: पीयूष गोयल
वायनाड भूस्खलन पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “प्राकृतिक आपदा के कारण वायनाड में बहुत नुकसान हुआ है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। पीएम मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री से बात की और केंद्र सरकार केरल के लोगों के साथ है। केंद्र सरकार जो भी सहायता आवश्यक होगी, वह प्रदान करेगी।”
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार खोज और बचाव प्रयासों के लिए पुलिस ड्रोन और डॉग स्क्वायड को तैनात किया जाएगा। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में बचाव कार्यों और संबंधित गतिविधियों के लिए वायनाड में एक आर्मी इंजीनियरिंग ग्रुप को तत्काल तैनात किया जाएगा। पुल ढहने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था लागू करने के लिए बेंगलुरु से मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप (एमईजी) मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) पहुंचेगा।
भूस्खलन स्थल पर पहुंच गई एनडीआरएफ टीम
एनडीआरएफ डीजी पीयूष आनंद ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की एक टीम वायनाड भूस्खलन स्थल पर पहुंच गई है, तीन अन्य टीमें रास्ते में हैं। अब तक, उन्होंने 74 लोगों को निकाला है, 16 शव बरामद किए हैं और एक व्यक्ति को जीवित बचाया है। यह वायनाड की वर्तमान स्थिति है।
अब तक 101 लोगों की बचाई गई जान: केरल सरकार
केरल के राजस्व मंत्री के राजन के कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई कि NDRF, अग्निशमन, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंच चुकी है। अब तक करीब 101 लोगों को बचाया गया है। कलपेट्टा के बाथरी सेंट मैरी एसकेएमजे स्कूल में आश्रय शिविर बनाया गया है। मेडिकल टीमें और एंबुलेंस मौजूद हैं और भोजन और कपड़ों का भी इंतजाम किया गया है। मिट्टी खोदने वाली मशीनों की जरूरत है।
केरल के वायनाड में ऊंचाई पर स्थित गांवों में मंगलवार को बड़े पैमाने पर हुई भूस्खलन की घटनाओं के बाद तबाह हुए मकान, उफनती नदियां और उखड़े हुए पेड़ों के दृश्य दिखाई दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, गृह मंत्री अमित शाह ने भूस्खलन में फंसे लोगों को लोकर चिंता जाहिर की है।
और एंबुलेंस मौजूद हैं और भोजन और कपड़ों का भी इंतजाम किया गया है। मिट्टी खोदने वाली मशीनों की जरूरत है।