Amritsar: स्वर्ण मंदिर में राहुल को स्पेशल ट्रीटमेंट पर सवाल
Amritsar: स्वर्ण मंदिर में राहुल को स्पेशल ट्रीटमेंट पर सवाल; नाराज महिला ने पूछा- क्या वे गुरु जी से भी बड़े?
हिंदी टीवी न्यूज, अमृतसर (पंजाब) Published by: Megha Jain Updated Tue, 19 Nov 2024
पंजाब में 20 अक्तूबर को चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव है। इससे पहले सोमवार रात राहुल गांधी अमृतसर पहुंचे और स्वर्ण मंदिर में माथा टेका।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी सोमवार देर शाम अमृतसर पहुंचे और श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक हुए। इस दाैरान उन्होंने जल सेवा की। वहीं उनके इस दाैरे से एक महिला श्रद्धालु खासी नाराज दिखीं।
उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि राहुल गांधी को खास ट्रीटमेंट दिए जाने से वे गुस्सा हैं। उनका कहना था कि गुरु घर में आम आदमी की तरह आना और माथा टेकना चाहिए। इस दाैरान लोग उन्हें शांत करते दिखाई दिए। महिला ने गुस्से में कहा कि क्या राहुल गांधी गुरु नानक देव जी से बड़े हैं? सिक्योरिटी को आना ही था तो केवल चार लोगों के साथ भी आ सकते थे। इस पूरे मामले का वीडियो वायरल हो गया है।
पंजाब में 20 नवंबर को चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नेता राहुल गांधी सोमवार रात को अमृतसर पहुंचे थे। देर रात उन्होंने श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेका। माथा टेकने के बाद उन्होंने गुरबाणी कीर्तन सुना और संगत को पानी पिलाने की सेवा निभाई।
राहुल एक निजी विमान से झारखंड से सीधा अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां अमृतसर से कांग्रेस के सांसद गुरजीत सिंह औजला, पूर्व डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी, जिला अध्यक्ष अश्वनी कुमार पप्पू, पूर्व विधायक जुगल किशोर शर्मा, पूर्व विधायक सुनील दत्ती और अलग-अलग कांग्रेसी नेता ने उनका स्वागत किया। इस दौरान राहुल ने मीडिया से दूरी बनाए रखी।
उपचुनाव मतदान से पहले श्री हरमंदिर साहिब माथा टेकने के लिए पहुंचे राहुल गांधी ने पंजाब के वोटरों को संदेश दिया कि कांग्रेस पंजाब, पंजाबियों व सिखों के साथ है। कांग्रेस हमेशा ही पंजाब की भलाई व विकास के लिए काम करती रही है। आज भी यह पंजाब और पंजाबियों के लिए पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने यह संदेश देने का भी प्रयास किया कि कांग्रेस पार्टी सिखों की दुश्मन पार्टी नहीं है। विरोधी पार्टियां कांग्रेस को सिख विरोधी पार्टी के रूप में प्रचारित करते हैं। राहुल बार-बार श्री हरिमंदिर साहिब आकर यह भी संदेश देने की कोशिश करते है कि गांधी परिवार सिखों के खिलाफ नहीं है।