Bilaspur: टोल वसूलने की व्यवस्था चालकों की जेब पर पड़ रही भारी
Bilaspur: टोल वसूलने की व्यवस्था चालकों की जेब पर पड़ रही भारी, Toll Plaza पर फास्टैग से हो रही धोखाधड़ी; जानें पूरा मामला
बिलासपुर के गड़ामोड़ा टोल प्लाजा पर टोल शुल्क वसूलने की फास्टैग व्यवस्था जेब पर भारी पड़ने लगी है। आए दिन तय शुल्क से ज्यादा व दोबारा वापसी के समय पर शुल्क पूरा कटने के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं दिन में वापसी पर ट्रक आपरेटरों को टोल प्लाजा में एक ही दिन में पूरा टोल चुकाने के बाद भी रिफंड के नाम पर कुछ वापस नहीं मिल रहा।
HIGHLIGHTS
- टोल शुल्क वसूलने की फास्टैग व्यवस्था जेब पर भारी पड़ने लगी है।
- मामले की शिकायत टोल प्लाजा हेल्पलाइन 1033 पर भी की लेकिन कोई समाधान नहीं हो पा रहा है।
दाड़लाघाट। चालकों की परेशानियों को कम करने के लिए टोल शुल्क वसूलने की फास्टैग व्यवस्था जेब पर भारी पड़ने लगी है। आए दिन तय शुल्क से ज्यादा व दोबारा वापसी के समय पर शुल्क पूरा कटने के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, दिन में वापसी पर ट्रक ऑपरेटरों को टोल प्लाजा में एक ही दिन में पूरा टोल चुकाने के बाद भी रिफंड के नाम पर कुछ वापस नहीं मिल रहा।
गड़ामौडा टोल प्लाजा का है मामला
ताजा मामला हिमाचल-पंजाब की सीमा निकट कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन के गड़ामौडा टोल प्लाजा का है। दाड़लाघाट में कार्यरत ट्रक ऑपरेटरों ने फास्टैग का प्रयोग करके एक तरफ का पैसे देने के बाद 24 घंटे से पहले वापसी पर भी पूरे पैसे दिए जाने का आरोप लगाया है। दाड़लाघाट अंबुजा उद्योग में इस समय सात सभाओं के अलावा अल्ट्राटेक बागा में भी ट्रक आपरेटर माल ढुलाई का कार्य कर रहे हैं।
पूरा टोल फास्टैग से काटा जा रहा
तकरीबन चार सौ से अधिक क्लिंकर वाले ट्रक कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन के गड़ामौडा टोल प्लाजा का प्रयोग करते हैं। इस वजह से ऑपरेटरों को इस टोल प्लाजा से प्रतिदिन पंजाब व अन्य शहरों में माल ढुलाई लेकर जाना होता है।
कई दिन से ऑपरेटरों को 24 घंटों के भीतर एक तरफ का तो पूरे टोल के पैसे चुकाने होते हैं, लेकिन वापसी के दौरान आधे टोल की जगह पूरा टोल फास्टैग से काटा जा रहा है। इसके इलावा फास्टैग का प्रयोग करके गुजरने वाले वाहनों के खाते से एक से अधिक बार पैसे काटे जाने का भी आरोप है।
आधे टोल की जगह पूरे पैसे काटे गए
ऑपरेटरों का कहना है कि जब मोबाइल फोन चेक करने में फास्टैग एप के अकाउंट को चेक किया तो पाया कि उनके खाते से 24 घंटे में ही वापसी के समय आधे टोल की जगह पूरे पैसे काटे गए। ऑपरेटरों ने बताया कि उन्होंने एक तरफ का तो पूरा टोल काटा जो कि 805 रुपये बनता है, वापसी में 24 घंटे के दौरान 805 का आधा टोल 405 होता है, लेकिन दोबारा फास्टैग के माध्यम से पूरा 805 रुपये टोल लिया जा रहा है।
मामले को लेकर टोल प्लाजा हेल्पलाइन 1033 पर भी शिकायत की लेकिन कोई समाधान नहीं हो पा रहा है। ऑपरेटर ओमप्रकाश महाजन, सुमन शर्मा, गोपाल शर्मा, राजीव, मुकुट चंद, रूप चंद, अरुण गांधी, देवेंद्र व हेमंत शर्मा ने कहा कि बहुत से लोगों से ऐसी शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने केंद्र, राज्य सरकार, केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व एनएचएआइ से शिकायत कर मांग की है कि इस प्रकार के मामलों पर कड़ा संज्ञान लिया जाए।