Farmers Protest: गणतंत्र दिवस पर सरकार के खिलाफ किसानों का ‘हल्ला बोल’, हिमाचल में नारकंडा से सचिवालय तक निकाली जाएगी रैली
Farmers Protest in Himachal Pradesh गणतंत्र दिवस के मौके पर देश भर में बागवान किसान मांगो को लेकर सड़कों पर उतरने जा रहे हैं। राजधानी शिमला में भी किसान बागवान केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे और नारकंडा से सचिवालय तक वाहन रैली निकाली जाएगी। बागवान किसान सेब की आयात शुल्क को 100 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं।
HIGHLIGHTS
- गणतंत्र दिवस के मौके पर बागवान किसान प्रोटेस्ट करेंगे
- 26 जनवरी को नारकंडा से सचिवालय तक निकालेंगे वाहन रैली
- नारकंडा से सचिवालय तक वाहन रैली निकाली जाएगीआने वाली 26 जनवरी को देश भर में किसान बागवान मांगो को लेकर सड़कों पर उतरने जा रहे हैं। शिमला में भी किसान बागवान केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे और नारकंडा से सचिवालय तक वाहन रैली निकाली जाएगी। जिसमे प्रदेश भर के सैंकड़ों किसान केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेगी।
26 जनवरी को होगी वाहन और ट्रैक्टर रैली
सेब उत्पादक संघ के अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि तीन वर्ष पहले संयुक्त किसान मोर्चा का आंदोलन हुआ था। उस दौरान केंद्र सरकार से जो समझौता हुआ ,उसकी एक भी मांग नहीं मानी गई है। उन्होंने बताया कि पूरे देश में 26 जनवरी को वाहन और ट्रैक्टर रैली होगी। उसी कड़ी में हिमाचल में भी आंदोलन होगा। नारकंडा से प्रदेश सचिवालय तक वाहन रैली निकाली जाएगी।
आयात शुल्क को 100 फीसदी की किसान कर रहे मांग
उन्होंने कहा कि मौसम की बेरुखी के साथ बागवानों को सरकार की बेरुखी भी झेलनी पड़ रही है। सेब उत्पादन में बागवानों की लागत लगातार बढ़ रही है दूसरी तरफ केंद्र ने एमआईएस का बजट घटा दिया है। सरकार उद्योगपतियों को अनुदान दे रही है लेकिन बागवानों को सब्सिडी नहीं दी जा रही।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी बारिश नहीं हुई है जिससे बागवानी पर संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि पीएम ने वॉशिंगटन एप्पल की इंपोर्ट ड्यूटी कम की है। बागवान सेब की आयात शुल्क को 100 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा कीटनाशकों और दूसरी सब्सिडी के लिए भी किसान संघर्ष कर रहे हैं।