G20 सम्मेलन: सोनीपत रेलवे स्टेशन पर घटी यात्री संख्या
G20 सम्मेलन: सोनीपत बस अड्डे व रेलवे स्टेशन पर घटी यात्री संख्या, 14 मेल, एक्सप्रेस व सवारी गाड़ियां की रद्द
सोनीपत में बस अड्डे पर भी यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा बेहद कम रही। वहीं, जी-20 सम्मेलन को लेकर रेलवे ने 9 व 10 सितंबर के लिए 14 ट्रेनें रद्द कर दी थी, वहीं कुछ ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन कर चलाया गया है। जिसका असर राजस्व पर भी पड़ा है।
दिल्ली में आयोजित जी-20 सम्मेलन को लेकर कड़ी की गई सुरक्षा व्यवस्था के बीच दिल्ली-अंबाल रेल मार्ग पर शनिवार को 14 मेल, एक्सप्रेस व सवारी गाड़ियां रद्द रही। हालांकि दिल्ली में विभिन्न विभागों, स्कूल-कॉलेजों में अवकाश होने के चलते यात्रियों की संख्या भी बेहद कम रही। जिसका असर राजस्व पर भी पड़ा है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि रविवार को भी यही स्थिति रहने वाली है।
रेलवे स्टेशन पर 65 फीसदी तक घटी टिकटों की बिक्री, राजस्व पर भी असर
जी-20 सम्मेलन को लेकर रेलवे ने 9 व 10 सितंबर के लिए 14 ट्रेनें रद्द कर दी थी, वहीं कुछ ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन कर चलाया गया है। एक साथ बड़ी संख्या में ट्रेनों के रद्द करने से अन्य ट्रेनों में यात्रियों का दबाव बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा था, लेकिन दिल्ली में सभी विभागों, स्कूल व कॉलेजों की छुट्टी होने के कारण यात्री संख्या में भी गिरावट आई है।
सामान्य दिनों में सोनीपत रेलवे जंक्शन से रोजाना करीब 40 हजार से अधिक यात्री आवागमन करते हैं। इनमें मासिक पास वाले यात्रियों की संख्या अधिक रहती है। वहीं रोजाना दो से ढाई हजार तक टिकटों की बिक्री होती है। जिससे रेलवे को करीब दो लाख रुपये प्रतिदिन की आमदनी होती है। शनिवार को यात्रियों की संख्या कम होने से दाेपहर बाद तक करीब 830 टिकटों की ही बिक्री हुई। जिसका असर राजस्व पर भी पड़ा है।
बस अड्डे पर भी छाया रहा सूनापन
बस अड्डे पर भी यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा बेहद कम रही। सबसे व्यस्त माने जाने वाले दिल्ली रूट पर कोई सवारी नजर नहीं आई। सोनीपत से दिल्ली जाने वाली बसें रिंग रोड से ही वापस आ रही हैं। वहीं आगरा वाया दिल्ली जाने वाली बसों को केएमपी के रास्ते भेजा गया। जबकि जयपुर जाने वाली बसें दिल्ली की बजाय खरखौदा, बहादुरगढ़ व गुरुग्राम के रास्ते गई।