Gadar 2: सनी देओल की ‘गदर 2’ की सफलता पर सातवें आसमान पर पहुंचीं एशा देओल, कहा- ‘भइया ने बहुत मेहनत की थी’

Esha Deol On Gadar 2 Success सनी देओल की गदर 2 ने कुछ ही दिनों में छप्परफाड़ कमाई कर ली है। अब फिल्म 500 करोड़ की रेस में दौड़ लगा रही है। गदर 2 की सफलता से उनका परिवार खुश है। हाल ही में एशा देओल ने भाई की फिल्म की सक्सेस को सेलिब्रेट करने के लिए एक स्पेशल स्क्रीनिंग रखी थी।
Gadar 2 Success: सनी देओल की फिल्म गदर 2 बॉक्स ऑफिस पर छाई हुई है। फिल्म ने रिलीज के सीथ ही जबरदस्त शुरुआत की। देखते ही देखते में गदर 2 ने कुछ ही दिनों में 400 करोड़ का आंकड़ा पार कर ले गई।सनी देओल की गदर 2 की सफलता पर फैंस के साथ-साथ उनका पूरा परिवार खुश है।
बहन एशा देओल तो खुशी के मारे फूले नहीं समा नहीं रही थीं। एक्ट्रेस ने गदर 2 की सक्सेस को सेलिब्रेट करने के लिए परिवार के लिए एक खास स्क्रीनिंग भी रखी थीं।
एशा ने की सनी देओल की तारीफ
जहां दोनों भाई- बहन एक साथ नजर आए थे। अब एशा देओल ने एक बार फिर सनी देओल की गदर 2 को लेकर बात की है। इंडिया टुडे संग बातचीत में एशा देओल ने कहा, “मैं फिल्म देखने का इंतजार कर रही थी। मुझे पता था कि भैया इसके लिए कितनी मेहनत कर रहे थे और ये सच में उनके लिए बहुत मायने रखती थी। जब ये इतना अच्छा परफॉर्म कर रही है, तो हम सभी उनके लिए बहुत ज्यादा खुश हैं और ये इसके लायक है। सनी देओल ही ऐसा कर सकते हैं, जो उन्होंने गदर 2 जैसी फिल्म में किया है।”
नेशनल फिल्म में सम्मान मिलने पर खुश हुई एक्ट्रेस
गदर 2 की सफलता के बीच एशा देओल की शॉर्ट फिल्म ‘एक दुआ’ को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में नॉन फीचर फिल्मों की कैटेगरी में स्पेशल मेंशन मिला है। इस पर एक्ट्रेस ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं। मैं कभी-कभी यह विश्वास करने के लिए खुद को चुटकी काटती रहती हूं कि ये रियल में हो रहा है। जब आपको सराहना मिलती है, तो यह स्पष्ट रूप से एक अच्छा एहसास है। इस बात को पचाने में थोड़ा समय लगता है कि ऐसा असल में हो रहा है।”
प्रोड्यूसर बनीं एशा
उन्होंने आगे कहा, “किसी भी चीज से सबसे ज्यादा जरूर बात ये है कि ये फिल्म एक निर्माता के तौर पर मेरी पहली फिल्म है। इस फिल्म को वहां तक पहुंचने की जरूरत है, खासकर हमारे देश में, क्योंकि यह कन्या भ्रूण हत्या से संबंधित है। यह कुछ ऐसा है जिसे मैं एक इंसान के रूप में, एक महिला के रूप में महसूस करती हूं। अगर मैं इसे वहां तक पहुंचाने में सक्षम हूं, तो यह इतने बड़े मुद्दे के लिए एक छोटा सा प्रयास है। इसे राष्ट्रीय फिल्म जैसे बड़े स्तर पर मान्यता मिलना एक सम्मान है। मुझे लगता है कि मैं खुद की अपनी पीठ थपथपा रही हूं।”