Haryana Politics: हरियाणा में इस दिन आ रहे हैं अरविंद केजरीवाल और CM भगवंत मान
Haryana Politics: हरियाणा में इस दिन आ रहे हैं अरविंद केजरीवाल और CM भगवंत मान, बदलाव रैली को करेंगे संबोधित
Haryana News आम आदमी पार्टी हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने राज्यसभा में दूसरी बार नाम नहीं होने पर कहा कि मैं हरियाणा के लिए काम करना चाहता हूं। पिछले दिनों हरियाणा में चार जगहों से निकाली गई आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा काफी सफल रही है। जिसके बाद 28 जनवरी को जींद में एक बदलाव रैली की जाएगी। इसमें दिल्ली आप पार्टी मुखिया और पंजाब सीएम आएंगे।
HIGHLIGHTS
- 28 जनवरी को जींद में बदलाव रैली
- केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री मान करेंगे संबोधित
- 832 स्कूलों को बंद किया जा रहा
चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने राज्यसभा में दूसरी बार नाम नहीं होने पर कहा कि मैं हरियाणा के लिए काम करना चाहता हूं। राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा मुझसे पूछा गया था, लेकिन मैंने उनको बताया कि हरियाणा में सरकार बनाना ज्यादा जरूरी है।
28 जनवरी को जींद में बदलाव रैली
इसलिए मैं हरियाणा पर फोकस करना चाहता हूं और हरियाणा में पूरी मजबूती से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाएंगे। डा. सुशील गुप्ता ने कहा कि पिछले दिनों हरियाणा में चार जगहों से निकाली गई आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा काफी सफल रही है। जिसके बाद 28 जनवरी को जींद में एक बदलाव रैली की जाएगी।
केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री मान करेंगे संबोधित
इस रैली में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जनता को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बदलाव रैली में पूरे हरियाणा से लोग पहुचेंगे, ताकि भाजपा सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकें, हरियाणा में बढ़ते जा रहे नशे पर लगाम लगाई जा सके। आम आदमी पार्टी चाहती है कि हरियाणा में भी दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर विकास हो।
832 स्कूलों को बंद किया जा रहा
अनुराग ढांडा आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने रविवार को कहा कि हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश में मर्जर के नाम पर 832 स्कूलों को बंद किया जा रहा है, जिससे लगभग 7349 बच्चों का भविष्य अंधकारमय है।
1032 निजी स्कूलों की मान्यता रद कर दी है, जिससे लगभग 60 हजार बच्चों का भविष्य अंधकार में है। सरकार साजिश के तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों को बंद करने में लगी। शिक्षा व्यवस्था की बदहाली की वजह से हरियाणा सरकार को पहले ही हाईकोर्ट से पांच लाख का जुर्माना लगा चुकी है।