Himachal: शिमला विंटर कार्निवाल में दिखी हिमाचल की झलक
Himachal: शिमला विंटर कार्निवाल में दिखी हिमाचल की झलक, चार्ली चैपलिन-रावण और जोकर के दिवाने बने पर्यटक
Himachal शिमला के विंटर कार्निवाल में बिलासपुर सोलन और शिमला के कलाकारों सहित एनजेडसीसी पटियाला के कलाकारों ने लोगों को अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हिमाचल की समृद्ध संस्कृति से रूबरू करवाया। इस बीच पंजाब और एनजेडसीसी पटियाला कालबेलिया नृत्य राजस्थान के कलाकारों ने लोगों का मनोरंजन किया। यहां चार्ली चैपलिन रावण लंगूर जिन जोकर बने कलाकार लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं।
HIGHLIGHTS
- शिमला में हो रहे विंटर कार्निवाल के चौथे दिन हिमाचल संस्कृति सिर चढ़कर बोली
- भांगड़ा दल, पंजाब और एनजेडसीसी पटियाला, कालबेलिया नृत्य, राजस्थान के कलाकारों ने लोगों का मनोरंजन किया।
शिमला। राजधानी में हो रहे विंटर कार्निवाल के चौथे दिन हिमाचल संस्कृति सिर चढ़कर बोली। जिला बिलासपुर, सोलन और शिमला के कलाकारों सहित एनजेडसीसी पटियाला के कलाकारों ने लोगों को अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हिमाचल की समृद्ध संस्कृति से रूबरू करवाया। रिज मैदान पर बने मंच पर महालक्ष्मी सांस्कृतिक दल बिलासपुर, बिजेश्वरी सांस्कृतिक दल कुन छावसा, सोलन, महासू युवक मंडल कैदी नेरवा, शिमला, एनजेडसीसी पटियाला, भांगड़ा दल, पंजाब और एनजेडसीसी पटियाला, कालबेलिया नृत्य, राजस्थान के कलाकारों ने लोगों का मनोरंजन किया। इसके अतिरिक्त रेनबो प्ले स्कूल शिमला के छोटे बच्चों ने भी अपनी नृत्य प्रस्तुति दी जिसे लोगों ने खूब सराहा।
लोगों को खूब पसंद आ रहे चार्ली चैपलिन, रावण, लंगूर, जिन, जोकर
शिमला विंटर कार्निवल में चार्ली चैपलिन, रावण, लंगूर, जिन, जोकर बने कलाकार लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं। छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों तक सभी लोग इनके साथ सेल्फी लेने और फोटो खिंचाने में अपनी रुचि दिखा रहे हैं।
स्वयं सहायता समूह के स्टॉल पर मिल रहे स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजन
शिमला विंटर कार्निवाल में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं जिनमें स्वादिष्ट पारम्परिक व्यंजन के साथ-साथ पारम्परिक परिधान और जैविक उत्पाद उपलब्ध हैं। जहाँ एक ओर लोग खासकर अन्य राज्यों से आए पर्यटक स्वादिष्ट पारम्परिक व्यंजनो का लुत्फ़ उठा रहे हैं वहीँ दूसरी ओर पारंपरिक परिधान की खरीद भी जमकर कर रहे हैं जिससे स्वयं सहायता समूह की आर्थिकी तो सुदृढ़ हो ही रही है और वह आत्मनिर्भर भी बन रही हैं।
हिम युवा रंग महोत्सव का आगाज
भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जिला प्रशासन शिमला व गेयटी ड्रामेटिक सोसायटी शिमला के सहयोग से गेयटी थियेटर में हिम युवा रंग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, इसमें विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र अपने नाटक प्रस्तुत कर रहे हैं। आज राजकीय डिग्री कॉलेज संजौली के छात्रों द्वारा नाटक जिसका शीर्षक एंड देन देयर वर नन तथा राजकीय संस्कृत महाविद्यालय फागली के छात्रों द्वारा मृच्छकटिकम् नामक नाटक का मंचन किया गया। 30 और 31 दिसम्बर 2023 को भी हिम युवा रंग महोत्सव के तहत नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे। 30 दिसंबर को राजकीय महाविद्यालय सोलन के छात्र प्रस्तुत करेंगे नाटक जानेमन, राजकीय महाविद्यालय आनी के छात्र प्रस्तुत करेंगे नाटक नदी गायब है तथा राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर के छात्र प्रस्तुत करेंगे सादत हसन मंटो के एक अफसाने पर आधारित नाटक तमाशा ।
पुलिस ब्रास बैंड की धुनों पर थिरके लोग
पुलिस सहायता कक्ष के समीप हिमाचल प्रदेश पुलिस ब्रास बैंड शिमला के जवानों ने संगीतमय प्रस्तुति दी। इस दौरान बैंड की मधुर धुनों पर पर्यटक एवं स्थानीय लोग थिरकते नज़र आए।