Himachal News: हिमाचल के पशुपालकों की बल्ले-बल्ले, सरकार ने बढ़या दूध खरीद का रेट
Himachal News: हिमाचल के पशुपालकों की बल्ले-बल्ले, सरकार ने बढ़या दूध खरीद का रेट; अब इस दाम पर हो रही बिक्री
हिमाचल में पशुपालकों से पहली जनवरी से दूध खरीद (Milk Purchase Rate) छह रुपये की वृद्धि के साथ अधिकतम 37.80 रुपये प्रति लीटर की दर से की जा रही है। इससे पहले 31.80 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीद होती थी। हिमाचल प्रदेश दुग्ध प्रसंघ ने इस वर्ष 102 स्वचालित मिल्क कलेक्शन यूनिट (एएमसीयू) स्थापित की हैं। प्रदेश में 455 एएमसीयू कार्यशील हैं।
शिमला। Himachal News: हिमाचल में पशुपालकों से पहली जनवरी से दूध खरीद (Milk Purchase Rate) छह रुपये की वृद्धि के साथ अधिकतम 37.80 रुपये प्रति लीटर की दर से की जा रही है।
इससे पहले 31.80 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीद होती थी। दुग्ध उत्पादकों की आर्थिकी सुदृढ़ करने और दुग्ध उत्पादन में पारदर्शिता लाने के लिए हिमाचल प्रदेश दुग्ध प्रसंघ ने इस वर्ष 102 स्वचालित मिल्क कलेक्शन यूनिट (एएमसीयू) स्थापित की हैं।
हिमाचल में लगाए गए 106 बल्क मिल्क कूलर
प्रदेश में 455 एएमसीयू कार्यशील हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश में विभिन्न परियोजनाओं के तहत अब तक 106 बल्क मिल्क कूलर लगाए जा चुके हैं। दूध की गुणवत्ता में सुधार के लिए सोसायटी स्तर पर राष्ट्रीय डेरी विकास कार्यक्रम के तहत 35 केन मीटर कूलर प्रदान किए गए हैं।
प्रदेश में यह रोजगार का साधन और महिला सशक्तीकरण का कार्य कर रहा है। प्रदेश सरकार सहकार को बढ़ावा देकर ग्रामीणों की उन्नति के द्वार खोल रही है। डेरी क्षेत्र के विकास में सहकार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सरकार द्वारा ग्रामीणस्तर पर समितियों को संगठित किया जा रहा है।
500 करोड़ रुपये के बजट से लागू हुई हिम गंगा योजना
वर्तमान में इन समितियों की संख्या 1107 हो गई हैं। प्रदेश सरकार ने 500 करोड़ रुपये के बजटीय प्रविधान से हिम गंगा योजना आरंभ की है। योजना के तहत प्रथम चरण में लोगों को जागरूक करने के लिए समितियां गठित की गई हैं। जिला हमीरपुर और कांगड़ा में 201 नई दुग्ध सहकारी सोसायटियों का गठन किया गया है।
दो जिलों में 19 महिला समितियां गठित
हमीरपुर में 11 महिला समितियां और जिला कांगड़ा में आठ महिला समितियां गठित की गई हैं। हमीरपुर जिला में चार समितियों का पुनर्गठित किया गया है। दुग्ध सहकारी सोसायटियों के माध्यम से 4064 किसानों को जोड़ा गया है। डेरी क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए इस योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक महिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों का गठन किया जा रहा है।
180 करोड़ रुपये का होगा निवेश
डगवार में स्थापित होगा 250 करोड़ रुपये से दुग्ध प्रसंस्करण यंत्र डेरी फार्मिंग से जुड़े किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से जिला कांगड़ा के डगवार में 250 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक पूर्ण रूप से स्वचालित दूध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जाएगा।
इस परियोजना के प्रथम चरण में 180 करोड़ रुपये के निवेश से संयंत्र का निर्माण किया जाएगा। इस संयंत्र के स्थापित होने से दही, लस्सी, मक्खन, घी, पनीर, स्वादिष्ट दूध, खोया और मोजेरेला पनीर सहित विभिन्न प्रकार के डेयरी उत्पाद तैयार किए जाएंगे।
कुपोषण को दूर करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
प्रदेश में कुपोषण दूर करने को फोर्टीफाइड दुग्ध उत्पाद प्रदेश में बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए हिमाचल प्रदेश दुग्ध प्रसंघ ने महिला एवं बाल कल्याण विभाग के लिए फोर्टीफाइड पंजीरी, फोर्टीफाइड बेकरी बिस्कुट, फोर्टीफाइड गेहूं सेवियां और मिल्क पाउडर उपलब्ध करवाया जा रहा है।