Himachal Politics: ‘स्टार्टअप की गारंटी कहां गई, कितने युवाओं को मिला लाभ?’ जयराम ने कांग्रेस की गारंटियों पर उठाए सवाल
जयराम ने कांग्रेस की गारंटियों पर उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पूछा कि सुक्खू सरकार की स्टार्टअप योजना का क्या हुआ। सरकार बने डेढ़ वर्ष से अधिक का समय हो गया, अब तक इस योजना से प्रदेश के कितने युवाओं को लाभ मिला। इस योजना का लाभ कब से प्रदेश के युवाओं को मिलना शुरू होगा।
बस चुनाव के समय दी थी गारंटी: जयराम ठाकुर
चुनाव के समय कांग्रेस ने गारंटी दी थी कि सरकार बनने पर हर विधानसभा क्षेत्र के लिए 10 करोड़ के हिसाब से 680 करोड़ रुपये के स्टार्टअप फंड का प्रबंध करेगी, जिससे युवा अपने लिए रोजगार के साधन जुटाएं और अन्य लोगों को रोजगार भी देंगे। जारी बयान में जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने चुनाव से पूर्व ही युवाओं से फार्म भी भरवा लिए थे।
युवओं को उठाना पड़ा भारी नुकसान: नेता प्रतिपक्ष
चुनाव बीते डेढ़ वर्ष से अधिक का समय हो गया है, लेकिन अब तक इस योजना के तहत एक भी व्यक्ति को लाभ नहीं मिला है। उलटा पहले से चल रही स्वावलंबन योजना को ही बंद कर दिया और उसके तहत स्वीकृत प्रोजेक्ट भी रोक दिए हैं। इससे युवाओं को भारी नुकसान उठाना पड़ा। कुछ ऐसे भी युवा व्यवसायी हैं, जिन्हें कुछ किस्तें मिली हैं, लेकिन बाकी की किस्तें नहीं दी जा रही हैं।
जयराम ने कहा कि कांग्रेस लाखों रोजगार देने का वादा करके सत्ता में आई थी, लेकिन सरकार न खुद लोगों को रोजगार दे रही है, न ही उद्यमशील युवाओं को लोगों को नौकरी देने दे रही है। पूर्व सरकार में स्वावलंबन योजना के तहत प्रदेश में कुल 721 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।
सरकार रोजगार के साधन कर दिए बंद: जयराम
सरकार की ओर से इस योजना के तहत 200 करोड़ रुपये की अनुदान राशि प्रदान की गई। इसमें कुल 4377 इकाइयां स्वीकृत हुईं। इनमें 11 हजार 674 लोगों को रोजगार मिला। यदि इस योजना को बंद नहीं किया होता तो प्रदेश में रोजगार के हजारों साधन और राजस्व पैदा होता, लेकिन सूक्खू सरकार की अदूरदर्शिता और बदले की भावना से काम करने की वजह से प्रदेश के युवाओं को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब बहुत समय हो गया है, सुक्खू सरकार लंबित पड़े प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम घोषित करे और रोजगार दें। सरकार इस तरह से युवाओं के भविष्य की अनदेखी नहीं कर सकती है। अब तक झूठे वादे बहुत हो गए, इधर-उधर की बातें बहुत हो गईं। अब सुक्खू सरकार जल्दी से जल्दी स्टार्टअप फंड का बजट जारी करे।