Himachal Rains: सुकेती खड्ड में बाढ़, ऐतिहासिक पंचवक्त्र मंदिर फिर पानी में डूबा; मंडी शहर का भी कटा संपर्क
मंडी जिले में आसमानी आपदा पिछले चार दिनों से कहर ढा रही है। यहां सुकेती खड्ड और ब्यास नदी के बीच बाबा भोले के चरण स्पर्श करने की होड़ लगी हुई है। गत माह ब्यास के पानी में मंडी का ऐतिहासिक पंचवक्त्र मंदिर जलमग्न हुआ था। अब सुकेती के पानी में डूब गया है। ब्यास नदी भी बाबा के चरणों तक पहुंचने को आतुर दिख रही है। वर्षा बाढ़ और भूस्खलन से आम जनजीवन पटरी से उतर गया है।
करोड़ों का नुकसान
सदर विधानसभा के मझवाड़ में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। यहां दो लोग लापता हैं। निजी संपत्ति को करोड़ों का नुकसान हुआ है। सात मील में बादल फटने से कई घरों,दुकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है। यहां वाहन चालक चार दिन से फंसे हुए हैं। बादल फटने से वाहन भी खतरे की जद में आ गए हैं। बाढ़ के साथ अब जीव जंतुओं ने लोगों की मुश्किल बढ़ा दी है। पहाड़ी क्षेत्रों से बाढ़ के पानी में बहकर आए सांप लोगों के घरों में घुस रहे हैं।
इससे लोग बुरी तरह सहमें हुए हैं। मंडी बाईपास के पास पहाड़ दरकने से शहर का संपर्क पूरी तरह कट गया है। खलियार में भूस्खलन होने से पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है। कीरतपुर नागचला फोरलेन पर जगह जगह ट्रक फंसे हुए हैं। नागचला में फोरलेन पर पांच से छह फीट तक पानी भरा हुआ है। सिंहन गांव में चार दिन से पानी भरा हुआ है। सैकड़ों लोग घरों में फंसे हुए हैं।
सुंदरनगर के हराबाग में बादल फटा, फोरलेन को भारी नुकसान
सुंदरनगर के हाराबाग में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। फोरलेन को क्षति पहुंची है। पानी व मलबा लोगों के घरों में घुसने से लाखों का नुकसान हुआ है।
फिर दरकने लगी पराशर की पहाड़ी, बागी पुल बहा
द्रंग हलके की सेगली पंचायत में पराशर की पहाड़ी फिर दरकना शुरु हो गई है। बागी पुल बह गया है। पंचायत के कई गांवों को खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए हैं। टिहरी में नौ लोगों के दबने की सूचना है। धार्मिक एवं पर्यटन स्थल पराशर का संपर्क कट गया है।