Himachal Weather: आसमान से बरसी आफत, 11 की मौत; 6 लापता, देखें तबाही की 10 तस्वीरें
हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट के बीच मंगलवार रात और बुधवार को हुई बारिश ने फिर तबाही मचाई है। प्रदेश में एक बच्चे समेत 11 लोगों की मौत हो गई है। छह लोग लापता भी हैं। शिमला में दंपती की मौत हुई है। जुन्गा में पांच साल के बच्चे पर गेट गिरा है। मंडी में नाना-दोहती, ताई-भतीजी समेत आठ जानें चली गईं। मंडी के कुकलाह में स्कूल भवन, खोलानाला में 50 बकरियां और दो दर्जन मवेशी बाढ़ में बह गए हैं। प्रदेश में 17 मकान ढह गए,105 क्षतिग्रस्त हो गए। शिमला में बारिश और गर्जना ने लोगों को डरा दिया है।
शहर के अधिकांश लोगों ने मंगलवार की रात जागकर काटी। मंडी में होटल पर बिजली गिरने से लगी आग से लाखों का नुकसान हुआ है। कशोड पंचायत में पांच मकान बह गए। प्रदेश में पांच नेशनल हाईवे समेत 709 सड़कें बंद रहीं। 1,366 बस रूट और 636 पेयजल योजनाएं बाधित रहीं। शिमला के बल्देयां में ढारे (झोपड़ी) पर मलबा गिरने से अंदर रह रहे प्रवासी पति-पत्नी की मौत हुई है। मंडी की सराज घाटी की जैंशला पंचायत में पूर्णा देवी पत्नी गुलाब सिंह और ममता देवी पुत्री खेम सिंह निवासी हलेन की भूस्खलन की चपेट में आकर दबने से जान चली गई।
दोनों रिश्ते में ताई और भतीजी थीं। दोनों गोशाला में मवेशियों को चारा डालने गई थीं। कलहनी पंचायत के डगैल में परमानंद (65) पुत्र नरसू राम और गोपी (15) पुत्री मीनू राम की मकान गिरने से दबकर मौत हो गई। दोनों आपस में नाना और दोहती थे। अनाह पंचायत के झौट गांव में तेज सिंह के मकान पर मलबा गिरने से उसकी दबकर मौत हो गई।
कुकलाह में बड़ा बुनाड गांव के नोक सिंह (22) की गोशाला ढहने के कारण दबकर मौत हो गई। मंडी के ही कोटला कमांद के अरनेहड़ संगलेहड़ गांव में महिला लच्छमी देवी (52) पत्नी तुल्लू राम की नाले में बहने से मौत हो गई। करसोग की चेरा खड्ड पर कामाक्षा के समीप बने लकड़ी के पुल को पार करते एक 40 वर्षीय व्यक्ति की पांव फिसलने के कारण खड्ड में गिरने से मौत हो गई।
जिला कुल्लू एक बार फिर देश-दुनिया से कट गया है। कुल्लू-मंडी-चंडीगढ़ हाईवे बंद होने के बाद अब तीनों वैकल्पिक मार्ग भी मंगलवार रात को हुई भारी बारिश से अवरुद्ध हो गए हैं। वैकल्पिक मार्ग कुल्लू-मंडी वाया पंडोह, कुल्लू-मंडी वाया कमांद तथा कुल्लू-पंडोह-चैलचौक-गोहर-सुंदरनगर भी बंद हो गए हैं। जिला शिमला के मशोबरा ब्लॉक की पंचायत पीरन के डुमैहर में निर्माणाधीन गेट गिरने से वहां खेल रहे पांच वर्षीय हर्षित शर्मा पुत्र नारायण दत्त शर्मा की मौके पर मौत हो गई।
बुधवार सुबह बारिश के कारण शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे भी बाधित रहा। परवाणू-शिमला फोरलेन पर दिनभर आवाजाही बाधित होती रही। बद्दी-पिंजौर मुख्य मार्ग पर बने पुल का एक पिलर टूटने से यह मार्ग बंद हो गया है। चंडीगढ़ के लिए वाहन वाया ढेरोंवाल मार्ग से डायवर्ट कर दिए गए। सोलन के सुबाथू के नया नगर और देवठी में दो मकान ढह गए। उधर, मनाली-चंडीगढ़, मंडी-पठानकोट और जालंधर-मंडी एनएच भी बंद हो गए हैं। जिला कांगड़ा के कोटला में भूस्खलन से घरों में एक फीट तक पानी तथा कीचड़ भर गया। सात घर असुरक्षित घोषित कर दिए हैं। 30 घर खाली करवा दिए हैं।
पठानकोट-मंडी एनएच 32 मील के पास सुबह दो घंटे बंद रहा। जसूर की जब्बर खड्ड में पानी के तेज बहाव में फंसे दो लोगों को चार घंटे तक चले रेस्क्यू अभियान के बाद सुरक्षित निकाला। शिमला शहर में भी पेड़ ढहने और भूस्खलन से मुख्य सड़कों समेत दर्जनों संपर्क सड़कें बंद हो गई हैं। शहर में 18 गाड़ियां मलबे में दब गई हैं। शहर में एक दिन में ही 250 से ज्यादा पेड़ ढह गए हैं। मालरोड समेत कई सड़कें नाले में तबदील हो गईं। संजौली में गैस एजेंसी के बाहर सड़क पर रखे सिलेंडर पानी में तैरने लगे। बैम्लोई-कनलोग मार्ग टूटने से आवाजाही बंद हो गई। यहां से मलबा और पेड़ नीचे कनलोग बाईपास मार्ग पर जा रहे ट्रक पर गिरने से ट्रक पलट गया। एक कार भी मलबे की चपेट में आई है।
बारिश के बीच बुधवार दोपहर को सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू अपने सरकारी निवास ओकओवर से ही अपडेट लेते रहे। सभी उपायुक्ताें से पल-पल की खबरें लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। बारिश के चलते शिमला के जुब्बड़हटटी और भुंतर हवाईअड्डे से विमान सेवाएं ठप रहीं। वहीं, स्पाइसजेट, इंडिगो और एलाइंस एयर की फ्लाइट गगल हवाईअड्डे पर नहीं पहुंची।
शिमला में 122 साल बाद 24 घंटों में बादल फिर झमाझम बरसे। मंगलवार रात 8:00 बजे से बुधवार रात 8:00 बजे तक शहर में 201 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। इससे पूर्व अगस्त 1901 में 227 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
प्रदेश के सभी क्षेत्रों में वीरवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। शुक्रवार से बारिश में कुछ राहत मिलने के आसार हैं। बुधवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में दिन भर बारिश का दौर जारी रहा।