Himachal Weather: जोबरंग गांव के फांडी नाला में आई बाढ़, कई भागों में पांच दिन भारी बारिश का येलो-ऑरेंज अलर्ट
जोबरंग गांव के फांडी नाला में आई बाढ़
हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी के जोबरंग गांव के उपर फांडी नाला की पहाड़ी से रात को अचानक आई बाढ़ से दहशत मच गई। हालांकि, बाढ़ से अभी तक किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं नाले का रुख गांव की तरफ हो जाने से ग्रामीण चिंतित हैं। 24 घरों की आबादी वाले जोबरंग गांव के लोगों का कहना है कि अब सुरक्षा के लिए यहां क्रेटवाल लगाना जरूरी हो गया है। अन्यथा ग्रामीणों को बारिश होने पर हमेशा नाले में बाढ़ की आशंका के खौफ में जीने को विवश होना पड़ेगा। पूर्व प्रधान जोबरंग पंचायत सोम देव ने बताया कि रात करीब 10:00 बजे उनके गांव के ऊपर फांडी नाला में आई बाढ़ से डर का माहौल है। ग्रामीण घरों से बाहर बारिश के बीच टॉर्च लेकर सुरक्षित जगह पर गए। साथ ही घटना की सूचना प्रशासन को दी है।
जानें मौसम पूर्वानुमान
उधर, सोमवार सुबह 11:00 बजे के बाद राजधानी शिमला व आसपास भागों में बारिश शुरू हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कुछ स्थानों पर आज से 9 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में 11 अगस्त तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है। विभाग के अनुसार 7 अगस्त को ऊना, कांगड़ा व सिरमौर जिले के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट है। बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, शिमला व सोलन जिले के लिए येलो अलर्ट है। रविवार रात को हमीरपुर में 67.0, अघार 44.0, जोगिंद्रनगर 42.0, नादौन 38.0, देहरा गोपीपुर 32.3, पालमपुर 28.0, धौलाकुआं 27.5 व नाहन में 25.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उधर, अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल के कांगड़ा, शिमला, चंबा, मंडी और सिरमौर जिलों के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और पड़ोस में अचानक बाढ़ आने का जोखिम है।
बंगाणा में भारी बारिश से नदी–नाले उफान पर, मक्की की फसल खेतों में बिछी
उपमंडल बंगाणा क्षेत्र में सोमवार सुबह भारी बारिश होने से जहां पर छोटे-छोटे नालों में पानी का तेज बहाव देखने को मिला। वहीं पर मक्का,चरी, बाजरा, तिलहन सहित अन्य फसलों को भी इस बारिश से कुछ स्थानों पर नुकसान का सामना करना पड़ा। खरयालता, डीहर व धनेत पंचायत के कुछ गांवों में तेज बारिश होने से मक्की की फसल खेतों में गिर गई। वही पर कुछ स्थानों पर मक्की के खेतों में बारिश का पानी तालाब बन गए। सोमवार सुबह बारिश से अचानक लुणखर खड्ड का जलस्तर बढ़ गया। प्रशासन ने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि अपने बच्चों को नदी-नालों तथा खड्डों के नजदीक न जाने दें।
ब्यास नदी के किनारे न जाएं, लारजी डैम से छोड़ा जाएगा 100 क्यूमेक्स अतिरिक्त पानी
एसडीएम मंडी ओम कांत ठाकुर ने बताया कि ब्यास नदी में सिल्ट की मात्रा बढ़ने के कारण लारजी पावर हाउस की मशीनें बंद कर दी गई हैं। इसके कारण डैम प्रबंधन की ओर से लारजी डैम से लगभग 100 क्यूमेक्स अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा। जरूरत पड़ने पर बाद में भी अतिरिक्त पानी नदी में छोड़ा जा सकता है। पानी छोड़ने से ब्यास नदी के निचले इलाकों में जलस्तर में बढ़ोतरी हो जाएगी। उन्होंने ब्यास नदी के निचले क्षेत्र में रहने वाले लोगों के जान-माल की सुरक्षा के लिए नदी के किनारे नहीं जाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि लोगों को लोगों ब्यास नदी के किनारे नहीं जाने की चेतावनी देने के लिए हूटर बजाए जा रहे हैं और पब्लिक एड्रेस सिस्टम (ध्वनि प्रसार यंत्रों)के माध्यम माध्यम से जगह-जगह अनाउंसमेंट की जा रही है।