Himachal Weather: हिमाचल के ऊंचाई वाले इलाकों ने ओढ़ी बर्फ की चादर, 130 सड़कें और 395 बिजली ट्रांसफार्मर ठप
रोहतांग दर्रा, अटल टनल के आसपास, मनाली, केलांग, डलहौजी और पांगी-भरमौर, ऊपरी शिमला, किन्नौर व मंडी के सराज, कांगड़ा में धौलाधार की पहाड़ियों में बर्फबारी हुई है। मनाली और डलहौजी में यह इस सीजन की पहली बर्फबारी हैमौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले भागों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। रोहतांग दर्रा, अटल टनल के आसपास, मनाली, केलांग, डलहौजी और पांगी-भरमौर, ऊपरी शिमला, किन्नौर व मंडी के सराज, कांगड़ा में धौलाधार की पहाड़ियों में बर्फबारी हुई है। मनाली और डलहौजी में नए साल की पहली बर्फबारी दर्ज की गई है। अटल टनल के दोनों छोर भी बर्फ से लद गए हैं। शिमला व अन्य भागों में बारिश दर्ज की गई है। अटल टनल रोहतांग में एक फीट से ज्यादा बर्फबारी हो चुकी है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पर्यटकों के वाहन नेहरू कुंड से आगे नहीं भेजे जा रहे हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र शिमला के अनुसार बुधवार सुबह 10:00 बजे तक प्रदेश में बर्फबारी के चलते 130 सड़कें यातायात के लिए बंद थीं।राज्य भर में 395 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े हुए हैं। सबसे ज्यादा 120 सड़कें लाहौल-स्पीति में बंद हैं। किन्नौर जिले के नाथपा में भूस्खलन से नेशनल हाईवे पांच बाधित हो गया है। जिले के छित्तकुल व अन्य ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। उधर, ऊपरी शिमला के नारकंडा, फागू, कुफरी, खड़ापत्थर, चौपाल के चंबी में बर्फबारी से बसों की आवाजाही ठप हो गई है। बर्फबारी से फागू के पास सुबह करीब 12 एचआरटीसी और निजी बसें फंस गईं। इससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके बाद शिमला से सुबह भेजी बसें वापस लौट गईं। चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी में बर्फबारी के बाद लोग अपने घरों में दुबक कर रह गए हैं। हालांकि, बर्फबारी और बारिश ने किसानों-बागवानों को संजीवनी देने का काम किया है।
मनाली पुलिस ने सुरक्षित बचाए बर्फबारी से अटल टनल इलाके में फंसे 300 पर्यटक
30 जनवरी की रात को मौसम खराब होने के कारण अटल टनल रोहतांग में पर्यटकों के लगभग 50 वाहन बर्फबारी में फंस गए थे। वाहनों में लगभग 300 लोग सवार थे। सभी वाहनों को पर्यटकों सहित डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने अपनी टीम के साथ सुरक्षित निकाला है। बर्फबारी के दौरान लगभग 2000 वाहनों को भी सुरक्षित निकाला गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 31 जनवरी व 1 फरवरी को मध्य व उच्च पर्वतीय जिलों चंबा, कुल्लू, मंडी, शिमला (शिमला शहर सहित आसपास क्षेत्र), कांगड़ा, लाहौल-स्पीति, किन्नौर व सिरमौर में भारी बारिश-बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। मैदानी व निचले क्षेत्रों में बारिश होने का पूर्वानुमान है। इसके अलावा कई मैदानी भागों में अंधड़ व बिजली चमकने का अलर्ट भी जारी हुआ है। हालांकि, 2 फरवरी को उच्च पर्वतीय एक-दो स्थानों को छोड़कर अन्य में मौसम साफ रहने के आसार हैं। लेकिन, 3 फरवरी को दूसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कई भागों में 4 फरवरी तक बारिश-बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने का पूर्वानुमान है। 5 फरवरी को उच्च पर्वतीय एक-दो स्थानों पर बारिश व बर्फबारी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आने वाले एक सप्ताह तक प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम खराब रहेगा। स्थानीय लोगों व पयर्टकों के लिए जरूरी एडवाइजरी
मौसम के संबंध में जारी की गई किसी भी यातायात सलाह का पालन करें।
संबंधित विभागों द्वारा जारी सलाह और दिशानिर्देशों का पालन करें।
अपने गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले अपने मार्ग पर यातायात की जांच करें।
बर्फबारी के प्रति संवेदनशील इलाकों का रुख न करें
तापमान कम होने के कारण पशुओं को घर के अंदर ही रखें, उन्हें रखने की पर्याप्त व्यवस्था करें।न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 2.4, संदरनगर 7.3, भुंतर 6.8, कल्पा -1.2, धर्मशाला 5.4 , ऊना 9.7, नाहन 7.1, पालमपुर 5.0, सोलन 4.0, मनाली 1.4, कांगड़ा 8.6, मंडी 6.6, बिलासपुर 10.1, हमीरपुर 8.8, डलहौजी 1.0, जुब्बड़हट्टी 5.5, कुफरी 0.1 ,कुकुमसेरी -2.8, नारकंडा -1.3, भरमौर 3.7, रिकांगपिओ 1.7, सेऊबाग 5.0, धौलाकुआं 7.6, बरठीं 9.3, समदो 0.7, पांवटा साहिब 9.0, सराहन 3.5 और देहरागोपीपुर में 7.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।