HP BJP अध्यक्ष: कांग्रेस से आए नेताओं ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चुनाव में बढ़ाया पेच
HP BJP President: कांग्रेस से आए नेताओं ने फंसाया भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चुनाव में पेच
हिंदी टीवी न्यूज़, शिमला Published by: Megha Jain Updated Wed, 22 Jan 2025
अलग-अलग खेमों में वर्चस्व की जंग के चलते अभी तक दो मंडल अध्यक्षों पर भी सर्वसम्मति नहीं बनी है। भाजपा के सभी 17 जिलों के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं, लेकिन देहरा विधानसभा हलके के दो मंडल अध्यक्षों का चयन अभी तक नहीं हो पाया है।
कांग्रेस से भाजपा में गए नेताओं ने भी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चुनाव का पेच फंसा दिया है। भाजपा के अलग-अलग गुटों की असहमति के बीच पार्टी प्रदेशाध्यक्ष की यह नियुक्ति अभी आगे सरक सकती है। अलग-अलग खेमों में वर्चस्व की जंग के चलते अभी तक दो मंडल अध्यक्षों पर भी सर्वसम्मति नहीं बनी है। भाजपा के सभी 17 जिलों के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं, लेकिन देहरा विधानसभा हलके के दो मंडल अध्यक्षों का चयन अभी तक नहीं हो पाया है। यह चयन भी गुटबाजी ने फंसाया है और इसका असर प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव में भी दिखेगा। आगामी दिनों में चुनाव प्रभारी जितेंद्र सिंह इन सभी नेताओं के विचार जानेंगे। उनके समक्ष प्रदेशाध्यक्ष पर सहमति बनाने की बड़ी चुनौती होगी।
भाजपा में जाने वाले बड़े नेताओं में हर्ष महाजन अग्रणी
कांग्रेस से भाजपा में जाने वाले बड़े नेताओं में हर्ष महाजन अग्रणी हैं। वह कांग्रेस के जिन विधायकों और निर्दलियों की क्रॉस वोटिंग से राज्यसभा सांसद बने, वही अब अपने-अपने हलकों में अपने वर्चस्व के लिए सक्रिय हो गए हैं। इनमें से तीन विधायक तो दोबारा से विधानसभा की दहलीज लांघ गए। मगर छह तत्कालीन विधायकों को इस तरह से कैरियर को दांव पर लगाना महंगा पड़ा और वह चुनाव हार गए। अब ये भाजपा का दामन थामकर पार्टी के अंदर अस्तित्व की जंग लड़ रहे हैं। चुनाव हारने के बाद घर बैठने वाले कांग्रेस के पूर्व विधायकों में सुजानपुर से राजेंद्र राणा, गगरेट से चैतन्य शर्मा, कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो और लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर हैं। निर्दलीय विधायकों में देहरा से होशियार सिंह और नालागढ़ से केएल ठाकुर हैं।